एकदिवसीय क्रिकेट के शुरुआती दिनों में ऐसे बहुत ही कम बल्लेबाज हुआ करते थे जो आसानी से छक्का लगाकर गेंद को सीमा रेखा से बाहर पहुंचा पाते थे। लेकिन समय बीतने के साथ बल्लेबाजों की शैली में भी बदलाव आया और वनडे में छक्के लगना आम बात हो गई। टी20 फॉर्मेट के आने से हर बल्लेबाज वनडे में भी छक्के जड़ना पसंद करने लगे।
मौजूदा समय में बल्लेबाज के साथ गेंदबाज भी बल्लेबाजी के दौरान बड़े से बड़े गेंदबाज के विरुद्ध खेलते हुए छक्के लगाने में माहिर हो गए हैं। ऐसे में अगर हम आपसे कहें वनडे फॉर्मेट में ऐसे भी मुकाबले हुए हैं जिनमें एक पारी के दौरान टीम का कोई भी बल्लेबाज छक्का नहीं लगा पाया तो ये सुनने में जरूर थोड़ा अजीब लगेगा। लेकिन ऐसा एकदिवसीय फॉर्मेट में कई बार होचुका है। इस आर्टिकल में हम उन 3 टीमों की बात करेंगे जिन्होंने वनडे में बिना छक्का लगाए सबसे बड़ा टोटल बनाया है।
3 मौके जब वनडे में टीमों ने बिना छक्का लगाए सबसे बड़ा टोटल बनाया है
#3 इंग्लैंड - 333/6 बनाम ऑस्ट्रेलिया (सिडनी, 2011)
फरवरी 2011 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच सात मैचों की वनडे सीरीज का छठा मुकाबला खेला गया था। मैच में मेहमान टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड ने जोनाथन ट्रॉट (137) की शतकीय पारी की मदद से 6 विकेट के नुकसान 333 रन बनाये थे। इतने बड़े टोटल में इंग्लैंड के किसी भी बल्लेबाज ने छक्का नहीं लगाया था, हालाँकि इस पारी में 29 चौके जरूर लगे थे। इस मुकाबले में मेजबानों ने इंग्लिश टीम को 2 विकेट से मात दी थी।
#2 दक्षिण अफ्रीका - 333/5 बनाम इंग्लैंड (डरहम, 2022)
हाल में ही 19 जुलाई को इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका के बीच डरहम में खेले गए एकदिवसीय मैच में अफ्रीकी टीम ने इंग्लैंड को 62 रनों से पटखनी दी। मैच में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बैटिंग करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 333/5 का स्कोर खड़ा किया था। मैच की पहली पारी के दौरान अफ्रीकी बल्लेबाज एक भी छक्का नहीं लगा पाए थे। अफ्रीकी बल्लेबाजों ने इतने बड़े टोटल में 32 चौके लगाए थे।
#1 श्रीलंका - 345/8 बनाम वेस्टइंडीज (हंबनटोटा, 2020)
वनडे में बिना छक्का लगाए सबसे बड़ा टोटल श्रीलंका ने वेस्टइंडीज के विरुद्ध खेलते हुए बनाया है। 2020 में हंबनटोटा में खेले गए इस मैच में श्रीलंकाई टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 33 चौकों की सहायता से 8 विकेट के नुकसान पर 345 रन बनाये। जवाब में कैरेबियाई टीम 39.1 ओवरों में 184 रनों पर ढेर हो गई थी और मेजबानों ने ये मैच 161 रनों से अपने कर लिया था।