इस सीजन के आईपीएल की शुरुआत 29 मार्च को आईपीएल की दो सबसे सफल टीमें मुंबई इंडियंस बनाम चेन्नई सुपर किंग्स के बीच वानखेड़े के मैदान में होगी। वहीं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर अपने सीजन की शुरूआत 31 मार्च को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ मुकाबले से करेंगे।
हर साल आईपीएल की शुरुआत के पहले नीलामी एक ऐसा माध्यम है जहां पर एक टीम के खिलाड़ी दूसरी टीम का हिस्सा बनते हैं। आरसीबी टीम में कई बड़े नाम खेलते हैं लेकिन फिर भी उनके पास एक भी आईपीएल का खिताब नहीं है और उसका मुख्य कारण शायद हर सीजन उनकी टीम के खिलाड़ियों का टीम से अंदर-बाहर जाना है। ऐसे में बहुत से ऐसे खिलाड़ी रहे जो मुंबई और आरसीबी दोनों के लिए आईपीएल खेले।
इस दौरान कुछ खिलाड़ियों ने मुंबई इंडियंस मे अच्छा प्रदर्शन किया है, कुछ ने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में और कुछ ने दोनों फ्रेंचाइजी में अच्छा प्रदर्शन किया है। परंतु कुछ ऐसे मौके भी बने हैं जहां पर किसी टीम ने एक खिलाड़ी के ऊपर भरोसा नहीं जताया तो वहीं दूसरी टीम ने उसे अपनी टीम में शामिल कर काफी सफलताएं हासिल की।
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इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको दो ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताने वाले हैं जिन पर मुंबई इंडियंस ने भरोसा नहीं जताया लेकिन उन्होंने आगे चलकर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम में काफी सफलता प्राप्त की।
#1 मनीष पांडे
मनीष पांडे ने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत 2008 में मुंबई इंडियंस के लिए की थी। हालांकि वहां पर मुंबई ने मनीष को सिर्फ तीन मुकाबले खेलने का मौका दिया और उसमें भी वह बड़ा स्कोर करने में सफल नहीं हुए थे।
इसके बाद 2009 में आरसीबी ने मनीष पांडे पर भरोसा जताया और उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। 2009 में मनीष पांडे ने आरसीबी के लिए खेलते हुए 5 ही मुकाबले खेले लेकिन उन्होंने 84 की औसत और 142.37 की स्ट्राइक-रेट के साथ 168 रन बनाए जिसमें एक शतक भी लगाया। इसके अलावा सेमीफाइनल में चेन्नई के खिलाफ अर्धशतक लगाकर उन्होंने अपनी टीम को फाइनल तक का सफर तय कराया। 2009 के आईपीएल में मनीष पांडे आरसीबी के लिए किसी हीरो से कम नहीं थे और इसीलिए 2010 में आरसीबी ने उनके अच्छा प्रदर्शन न करने पर भी सीजन में 13 मुकाबले खिलाए।
#2 युजवेंद्र चहल
मनीष पांडे के ही तरह युजवेंद्र चहल के भी आईपीएल करियर की शुरुआत मुंबई इंडियंस टीम से ही 2011 के आईपीएल में हुई। 2011 से लेकर 2013 तक मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा रहे युज़वेंद्र चहल को रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई ने मात्र एक मुक़ाबला खिलाया था जो कि 2013 में 24 अप्रैल को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ था।
इसके बाद 2014 में 10 लाख के बेस प्राइस के साथ ही युजवेंद्र चहल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु टीम ने अपना हिस्सा बनाया। 2014 में चहल को मात्र 12 सफलताएं ही मिली लेकिन फिर भी आरसीबी ने उन पर भरोसा बनाए रखा और आगे चलकर 2015 में 23 और 2016 में 21 सफलताएं अपने नाम कर आरसीबी के सबसे बड़े सुपरस्टार के रूप में उभरे।
चिन्नास्वामी जैसे छोटे घरेलू मैदान होने के बावजूद भी चहल के नाम आईपीएल में 84 मुक़ाबलों में 100 सफलताएं हैं जो कि किसी भी गेंदबाज के लिए मामूली बात नहीं है। आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने चहल पर लगातार भरोसा जताया और चहल ने भी उनके भरोसे पर खरा उतरना नहीं छोड़ा और इस वक्त वह आरसीबी टीम का अहम हिस्सा हैं।