भारतीय क्रिकेट टीम को हैमिल्टन में खेले गए पहले वनडे मुकाबले में 4 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा। पहले बल्लेबाजी करते हए भारत ने 347 रनों का बड़ा स्कोर बनाया लेकिन न्यूजीलैंड ने इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया।
भारतीय टीम की तरफ से के एल राहुल और और श्रेयस अय्यर ने जबरदस्त बल्लेबाजी। राहुल ने 88 और अय्यर ने 103 रनों की पारी खेली। दूसरी तरफ न्यूजीलैंड की ओर से दिग्गज बल्लेबाज रॉस टेलर ने शानदार शतक लगाया और 109 रन बनाकर नाबाद रहे।
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भारतीय टीम इतना बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद मैच हार गई। भारत की गेंदबाजी इस मैच में काफी खराब रही और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। वहीं इंग्लैंड 3 मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे हो गई है। न्यूजीलैंड दौरे पर भारत की 6 मैचों में ये पहली हार है।
आइए जानते हैं भारतीय टीम को किन-किन वजहों से हार का सामना करना पड़ा:
खराब गेंदबाजी
भारतीय गेंदबाजों ने बेहद खराब गेंदबाजी की। इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि भारत ने 24 वाइड गेंदें इस मुकाबले में भारतीय गेंदबाजों ने फेंकी, जिससे न्यूजीलैंड का काम आसान बन गया। इसके अलावा शार्दुल ठाकुर ने 9 ओवर में 80 रन दे दिए और कुलदीप यादव ने भी 10 ओवरों के स्पेल में 84 रन लुटा दिए। टॉम लैथम और रॉस टेलर ने जबरदस्त तरीके से इन गेंदबाजों के खिलाफ रन बनाए। रविंद्र जडेजा ने भी 10 ओवर में 64 रन दे दिए और कोई भी विकेट लेने में नाकाम रहे। यही वजह रही कि इतना बड़ा लक्ष्य बनाने के बावजूद भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा।
बेहद खराब फील्डिंग
भारतीय टीम की हार की एक बड़ी वजह खराब फील्डिंग भी रही। रॉस टेलर जब महज 10 रन के स्कोर पर थे, तब कुलदीप यादव ने उनका कैच छोड़ दिया था और ये कैच आगे चलकर काफी महंगा पड़ा। रॉस टेलर ने सिर्फ 84 गेंद पर 10 चौके और 4 छक्के की मदद से नाबाद 109 रनों की पारी खेली और अपनी टीम को जीत तक पहुंचा दिया। अगर कुलदीप यादव ने वो कैच पकड़ लिया होता तो मैच का नतीजा कुछ और भी हो सकता था। इसके अलावा भारतीय फील्डरों ने लचर फील्डिंग की वजह से कई रन एक्स्ट्रा के तौर पर दे दिए।
न्यूजीलैंड की शानदार बल्लेबाजी
न्यूजीलैंड की बल्लेबाजी इस मुकाबले में काफी शानदार रही। सबसे पहले हेनरी निकोल्स ने 78 रनों की जबरदस्त पारी खेली और मार्टिन गप्टिल के साथ पहले विकेट के लिए 85 रनों की साझेदारी की। इसके बाद रॉस टेलर और कप्तान टॉम लैथम ने बीच के ओवरों में तेजी से रन बनाए। टेलर और लैथम के बीच 138 रनों की जबरदस्त साझेदारी हुई। इस साझेदारी ने मैच का रुख मेजबान टीम की तरफ मोड़ दिया।