Devon Conway in CSK Playing XI : आईपीएल 2025 में लीग स्टेज के आठवें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के सामने रॉयल चैंलेजर्स बेंगलुरु (RCB) की चुनौती थी। आरसीबी ने सीएसके के गढ़ में उन्हें 17 साल बाद हराया है। सीएसके को आरसीबी ने 50 रनों से हराया, जिसके चलते उनका नेट रन रेट काफी गिर गया और वह पॉइंट्स टेबल में सातवें नंबर पर आ गई है। आरसीबी के गेंदबाजों के सामने सीएसके के बल्लेबाज बुरी तरह से फेल होते हुए दिखे। इस बीच सीएसके को कीवी बल्लेबाज डेवोन कॉनवे को कमी जरूर खली होगी। कॉनवे को पहले मुंबई इंडियंस के खिलाफ और अब आरसीबी के खिलाफ भी प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली, लेकिन अब आरसीबी से हार के बाद सीएसके अपनी प्लेइंग इलेवन पर एक बार दोबारा सोचना जरूर चाहेगी।
आइए देखते हैं कि क्यों सीएसके के लिए प्लेइंग इलेवन में कॉन्वे शामिल करना जरूरी है।
3.सैम करन का खराब फॉर्म
चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ऑलराउंडर सैम करन पहले दो मैचों में बल्ले और गेंद दोनों से पूरी तरह से फेल नजर आ रहे हैं। मुंबई इंडियंस के खिलाफ करन ने एक ओवर में 3 रन देकर कोई विकेट नहीं लिया और वह बल्लेबाजी के दौरान 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। आरसीबी के खिलाफ सैम एक बार फिर 3 ओवर डालकर विकेट लेने में नाकामयाब रहे। उन्होंने बल्लेबाजी के दौरान 13 गेंदों में सिर्फ 8 रन बनाए। अब एक बार फिर सीएसके कॉनवे की वापसी के बारे में सोच सकती है। सीएसके अपनी बॉलिंग यूनिट में बदलाव करने के लिए भारतीय खिलाड़ियों और बल्लेबाजी में बदलाव के लिए आईपीएल 2023 में सीएसके के लिए बल्ले से 672 रन बनाने वाले कॉन्वे को टीम में शामिल कर सकते हैं।
2.रचिन-राहुल की जोड़ी फ्लॉप
आईपीएल 2025 के पहले दो मुकाबलों में सीएसके के लिए रचिन रविंद्र और राहुल त्रिपाठी की जोड़ी कोई खास कमाल नहीं कर पाई है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ पहले मैच में 1.4 ओवर में रचिन और राहुल की ओपनिंग जोड़ी सिर्फ 11 रन ही बना सकी। आरसीबी के खिलाफ मैच में सीएसके की शुरुआत काफी खराब रही और 1.2 ओवर में रचिन-राहुल की जोड़ी सिर्फ 8 रन ही बना सकी। अब सीएसके एक बार फिर रचिन और कॉनवे की जोड़ी को क्रीज पर उतारने का फैसला कर सकते हैं। कॉनवे के टीम में शामिल होने के बाद कप्तान रुतुराज पारी का आगाज कर सकते हैं और रचिन नंबर तीन पर भी आ सकते हैं।
1.कुछ बड़े खिलाड़ियों पर निर्भरता
सीएसके के पहले दो मैचों के बाद यह साफ तौर पर नजर आ रहा है कि टीम के स्कोर बनाने का जिम्मा सिर्फ कुछ बल्लेबाजों के कंधों पर निर्भर है। इसमें रचिन रविंद्र, रुतुराज गायकवाड़ और शिवम दुबे का नाम शामिल हैं। दीपक हूडा, सैम करन और रवींद्र जडेजा कुछ खास कमाल नहीं कर पा रहे हैं, जिसके चलते टीम का मिडिल ऑर्डर काफी कमजोर नजर आ रहा है। सीएसके को बल्लेबाजी के लिए ऐसे खिलाड़ियों की जरूरत है, जो टीम के लिए रन बटोर सके और कॉनवे को इसमें महारत हासिल है। कॉनवे ने 24 मैचों में 48.63 की औसत और 141.28 की स्ट्राइक-रेट से 924 रन बनाए हैं। इसमें 9 अर्धशतक भी शामिल हैं। कॉन्वे का सीएसके में होना आने वाले मैचों में काफी कुछ बदल सकता है।