India vs New Zealand : चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का अगला मुकाबला न्यूजीलैंड के साथ होना है। टीम इंडिया ने अपने पहले दोनों मैच काफी आसानी के साथ जीते थे। बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबला थोड़ा रोचक हुआ था लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम ने उस मैच में भी बेहतरीन जीत हासिल की थी। अब टीम इंडिया सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है और उन्हें आखिरी लीग मैच में कीवी टीम से खेलना है।
भारतीय टीम चुंकि सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है, इसी वजह से कयास लगाए जा रहे हैं कि प्लेइंग इलेवन में कई सारे बदलाव देखने को मिल सकते हैं। हालांकि हम आपको वो तीन कारण बताते हैं कि क्यों टीम इंडिया को न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले के लिए प्लेइंग इलेवन में ज्यादा बदलाव नहीं करना चाहिए।
3.खिलाड़ियों का कॉन्फिडेंस और लय बनाए रखने के लिए
भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच के बाद सीधे सेमीफाइनल खेलना है। ऐसे में अभी तक जिन प्लेयर्स को खिलाया गया है, उन्हीं को इस मैच में खिलना चाहिए ताकि उनका कॉन्फिडेंस बना रहे। अगर एक मैच के लिए उन्हें बीच में ड्रॉप किया गया तो फिर इससे उनका मोमेंटम बिगड़ सकता है। न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले में खिलाड़ी खुलकर खेल सकते हैं और इसके बाद जो कमी हो उसे अगले मैच में दूर कर सकते हैं। उस लय में बने रहना काफी जरूरी है।
2.न्यूजीलैंड के खिलाफ भी मैच जीतना है जरूरी
भारतीय टीम सेमीफाइनल में पहुंच चुकी है तो इसका यह मतलब नहीं कि न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले को हल्के में लिया जाए। कीवी टीम के खिलाफ भी जीत जरूरी है। इसकी दो बड़ी वजह है। अगर आप इस मैच को जीतेंगे तो सीधे अंक तालिका में टॉप पर आ जाएंगे और तब सेमीफाइनल में आपका सामना ग्रुप बी में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीम से होगा। वहीं अगर आप लगातार तीन जीत के साथ सेमीफाइनल में जाएंगे तो फिर आपका कॉन्फिडेंस काफी अलग होगा और इसका बहुत असर पड़ेगा।
1.प्लेयर्स के ऊपर से दबाव कम करना
अगर टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबला जीतकर जाती है तो फिर सेमीफाइनल में उनके ऊपर बहुत ज्यादा प्रेशर नहीं रहेगा। अगर आप उन्हीं प्लेयर्स को लगातार मौका देंगे तो फिर उनके अंदर से असुरक्षा की भावना निकल जाएगी। उन्हें यह डर नहीं रहेगा कि खराब खेलने पर वो ड्रॉप हो सकते हैं। किसी भी खिलाड़ी को परफॉर्म करने के लिए यह चीज काफी जरूरी होती है।