भारत और श्रीलंका (India vs Sri lanka) के बीच जुलाई में लिमिटेड ओवर्स की सीरीज खेली जाएगी। भारतीय टीम (Indian Cricket Team) को श्रीलंका के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज और 3 मैचों की टी20 सीरीज खेलनी है। इंडियन टीम 3 साल के बाद श्रीलंका का दौरा करेगी और इस टूर का पूरा कार्यक्रम सामने आ गया है।
भारत की इस सीरीज के दौरान ज्यादातर प्रमुख प्लेयर उपलब्ध नहीं रहेंगे। इसकी वजह ये है कि भारतीय टीम के सभी दिग्गज खिलाड़ी इंग्लैंड में रहेंगे और श्रीलंका सीरीज के लिए बी टीम का चयन होगा। इस टीम में शिखर धवन, श्रेयस अय्यर, संजू सैमसन, इशान किशन और सूर्यकुमार यादव जैसे प्लेयर्स को जगह मिल सकती है।
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ऐसे में सवाल ये उठता है कि कप्तान किसे बनाया जाए। जो खिलाड़ी उपलब्ध रहेंगे उनमें से ही किसी एक को भारतीय टीम का कप्तान बनाना रहेगा। हाल ही में जब पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अपनी संभावित टीम का चयन किया था तो उन्होंने शिखर धवन को कप्तान बनाया था और हार्दिक पांड्या को उप कप्तान बनाया था।
हालांकि हम यहां पर भुवनेश्वर कुमार को कप्तानी के विकल्प के रूप में देख रहे हैं। इसके तीन बड़े कारण क्या हैं वो हम आपको बताते हैं।
1.बेहतरीन अनुभवी खिलाड़ी
भुवनेश्वर कुमार एक जबरदस्त अनुभवी प्लेयर हैं। उनके पास अलग-अलग परिस्थितियों में खेलने का काफी सारा अनुभव है। उन्होंने अभी तक 21 टेस्ट, 117 वनडे और 48 टी20 मुकाबले भारतीय टीम की तरफ से खेले हैं।
यही वजह है कि उनका अनुभव टीम के काफी काम आ सकता है। अगर उन्हें कप्तान बनाया जाता है तो फिर वो बेहतरीन तरीके से भारतीय टीम की अगुवाई कर सकते हैं और सीरीज में जीत दिला सकते हैं।
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2. भुवनेश्वर कुमार के अंदर एक अच्छे लीडरशिप के सभी गुण मौजूद होना
भुवनेश्वर कुमार एक ऐसे प्लेयर हैं जिनके अंदर एक अच्छे लीडरशिप के सारे गुण मौजूद हैं। वो काफी विनम्र स्वभाव के हैं और सारे प्लेयर्स को साथ लेकर चलते हैं। टीम का हर एक प्लेयर उन्हें काफी पसंद करता है और उनका सम्मान भी काफी करते हैं। इस तरह के प्लेयर के कप्तान होने से टीम एकजुट रहती है और उसका असर परफॉर्मेंस में भी साफ दिखता है।
3.कप्तानी मिलने से कॉन्फिडेंस बढ़ेगा
भुवनेश्वर कुमार पिछले काफी समय से इंजरी से जूझ रहे हैं। उन्हें लगातार खेलने का मौका नहीं मिला है और चोट की वजह से वो अंदर-बाहर होते रहे हैं। ऐसे में अगर उनको टीम का कप्तान बना दिया जाता है तो फिर उनका कॉन्फिडेंस काफी बढ़ जाएगा और उन जैसे बेहतरीन गेंदबाज का कॉन्फि़डेंस में होना भारतीय टीम के लिए काफी अहम है। वो अकेले दम पर मैच जिताने की क्षमता रखते हैं।