राजस्थान रॉयल्स (Rajasthan Royals) की टीम ने अब बड़े स्कोर हासिल करने का क्रम शुरू किया है। मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) को 195 रनों के स्कोर के बाद हराने के बाद किंग्स इलेवन पंजाब की टीम को 185 रनों के स्कोर के बाद मैच में हराया है। किंग्स इलेवन पंजाब (Kings Eleven Punjab) को भी ऐसी उम्मीद शायद नहीं होगी। किंग्स इलेवन पंजाब को हराने के बाद राजस्थान रॉयल्स ने प्लेऑफ़ की उम्मीदों को भी जिन्दा रखा और और अंक तालिका में भी इस टीम के 12 अंक हो गए हैं। किंग्स इलेवन पंजाब ने पांच मैच लगातार जीते लेकिन इस बार उनका मामला खराब हो गया।
किंग्स इलेवन पंजाब ने अपनी तरफ से कोशिश पूरी की लेकिन उनका दिन नहीं था। राजस्थान रॉयल्स ने खुद को प्लेऑफ़ की रेस में बनाए रखते हुए किंग्स इलेवन पंजाब की राह बिलकुल मुश्किल कर दी है। किंग्स इलेवन पंजाब को अब बचा हुआ एक मैच तो हर हाल में ही जीतना है। नेट रन रेट भी बड़ी भूमिका निभाएगी। मैच में किंग्स इलेवन पंजाब की हार के कुछ कारणों के बारे में यहाँ चर्चा की गई है।
किंग्स इलेवन पंजाब की के कारण
टॉस हारना
सबसे पहले टॉस हारने के बाद किंग्स इलेवन पंजाब के लिए मुकाबला दूसरी पारी में कड़ा होने की उम्मीद थी। टॉस हारकर खेलते हुए उन्होंने स्कोर तो अच्छा बनाया लेकिन बाद में पिच और बेहतर नजर आई और उसका भरपूर फायदा राजस्थान रॉयल्स की टीम को मिला। लक्ष्य का पीछा करना आसान था और टॉस से किंग्स इलेवन को हार का सामना करना पड़ा।
जोफ्रा आर्चर की गेंदबाजी
राजस्थान रॉयल्स के लगभग सभी गेंदबाजों की धुनाई क्रिस गेल ने की लेकिन जोफ्रा आर्चर के साथ ऐसा नहीं हुआ। आर्चर ने अपनी धाकड़ लाइन और गति के साथ गेंदबाजी की और किंग्स के बल्लेबाजों के लिए मामला मुश्किल कर दिया। आर्चर ने 4 ओवर में 26 रन देकर 2 विकेट झटके।
स्टोक्स-सैमसन की पारियां
शुरुआत में बेन स्टोक्स ने राजस्थान रॉयल्स के लिए मोर्चा संभाला। उन्होंने 26 गेंद पर 60 रन बनाए। उनके आउट होने पर संजू सैमसन ने भी ठीक उसी गति से रन बनाना जारी रखते हुए 25 गेंद पर 48 रन बनाए। दोनों ने रन रेट नीचे नहीं आने दी। इन पारियों के कारण किंग्स इलेवन पंजाब को मैच में आने का मौका ही नहीं मिला और नतीजा एक पराजय के रूप में आया।