वनडे क्रिकेट में खेलने वाले हर गेंदबाज और बल्लेबाज की इच्छा होती है कि वह अपनी टीम के लिए शानदार खेल दिखाए और जीत भी दिलाए। कई बार वनडे क्रिकेट में नए चेहरे आते हैं और हीरो बन जाते हैं। वनडे क्रिकेट में चीजें अलग होती हैं और खिलाड़ी को उनमें ढलना होता है। यही ख़ास बात ध्यान में रखते हुए कई खिलाड़ी वनडे क्रिकेट के डेब्यू मैच में ही बड़ा कमाल कर देते हैं। पहली बार में खेलते हुए किया गया उम्दा प्रदर्शन सालों तक याद रखा जाता है। दर्शक भी उस खिलाड़ी को पसंद करते हैं।
वनडे क्रिकेट में पहले ही मैच के दौरान अगर किसी गेंदबाज को हैट्रिक मिले तो यह हैरान करने वाली बात होती है और इस प्रदर्शन के बाद वह गेंदबाज रातों-रात हीरो बन जाता है। ऐसा ज्यादा बार तो नहीं हुआ लेकिन कुछ मौकों पर जरुर देखने को मिला है। कुछ ऐसे ही चार गेंदबाजों का जिक्र इस आर्टिकल में किया गया है जिन्होंनेडेब्यू वनडे में ही हैट्रिक लेने का हैरानी भरा कारनाम किया।
वनडे क्रिकेट में डेब्यू में हैट्रिक वाले गेंदबाज
तैजुल इस्लाम
बांग्लादेश के इस स्पिनर ने जिम्बाब्वे के खिलाफ यह हैरान करने वाला प्रदर्शन किया था। इस्लाम ने अपना पहला वनडे 2014 में खेला था और आते ही जिम्बाब्वे के तीन बल्लेबाजों को लगातार आउट कर कीर्तिमान स्थापित किया। पानयंगारा, न्युम्बू, चतारा को तैजुल इस्लाम ने लगातार गेंदों पर आउट कर पवेलियन भेजा था।
कगिसो रबाडा
यह गेंदबाज आज विश्व के सबसे खतरनाक गेंदबाजों में शामिल है। कगिसो रबाडा ने अपना वनडे डेब्यू बांग्लादेश के खिलाफ ढाका में 2015 में किया था। इस मैच में बांग्लादेश के बल्लेबाज रबाडा के सामने आत्मसमर्पण करते हुए नजर आए। पहले वनडे में रबाडा ने तमीम इकबाल, लिटन दास और महमुदुल्लाह उनके शिकार बने थे।
वनिंदु हसारंगा
श्रीलंका के इस लेग स्पिनर ने अपना वनडे डेब्यू जिम्बाब्वे के विरुद्ध 2017 में गॉल में किया था और पहले मैच में ही हैट्रिक लेकर बड़ा कीर्तिमान स्थापित कर दिया था। हसारंगा ने मॉल्कॉम वॉलर, डोनाल्ड तिरिपानो, तेंदाई चतारा उनके शिकार बने। जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को कुछ समझ नहीं आया कि हो क्या रहा है। श्रीलंका ने आसानी से मैच में जीत दर्ज की।
शेहान मदुशंका
श्रीलंका के इस गेंदबाज ने अपना वनडे डेब्यू बांग्लादेश के खिलाफ 2018 में किया था उन्होंने हैट्रिक दूसरी पारी में ली थी जब बांग्लादेश की टीम लक्ष्य का पीछा कर रही थी। यह एक त्रिकोणीय सीरीज का फाइनल मैच था। मदुशंका ने महमुदुल्लाह, मोर्तजा और रुबैल होसैन को पवेलियन लौटाया था। श्रीलंका की टीम ने इस मुकाबले में 79 रन से जीत हासिल की थी।