5 खिलाड़ी जिन्हें मैच फिक्सिंग के कारण बैन किया गया था

Neeraj
मोहम्मद आमिर
मोहम्मद आमिर

क्रिकेट जुनून और लगन का खेल है। इंटरनेशनल लेवल तक पहुंचने के लिए खिलाड़ी काफी मेहनत करते हैं और फिर वहां पहुंचने के बाद भी उन्हें अपना नाम बनाने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। जब कोई खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल पर खेलता है तो उसे पूरी दुनिया देखती है और उसके अच्छे खेल पर उसकी सराहना भी करती है, लेकिन मैदान पर या मैदान के बाहर किए जाने वाले उसके कामों से उसकी छवि भी काफी जल्दी खराब होती है।

पिछले 2-3 दशक से क्रिकेट में फिक्सिंग का भूत काफी ज़्यादा चल गया है और कई खिलाड़ी इसके चपेट में आकर अपना करियर भी बर्बाद कर चुके हैं। कुछ खिलाड़ी इंटरनेशनल लेवल पर अपने देश के लिए खेलते हुए फिक्सिंग के आरोप में पकड़े गए हैं और उनका करियर खत्म हो गया है तो वहीं कुछ खिलाड़ी घरेलू लीग में भी फिक्सिंग करके अपना करियर खत्म कर चुके हैं।

एक नजर डालते हैं कुछ बड़े क्रिकेटर्स पर जिन्हें फिक्सिंग के चलते क्रिकेट से आजीवन बैन कर दिया गया था।

यह भी पढ़ें: 9 भारतीय खिलाड़ी जिन्हें वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा होने के बावजूद खेलने का मौका नहीं मिला

#5 मनोज प्रभाकर

मनोज प्रभाकर
मनोज प्रभाकर

मनोज प्रभाकर को भारत के बेहतरीन ऑलराउंडर्स में से एक माना जाता था और उनकी गेंदबाजी कमाल की थी। भारत के लिए 96 टेस्ट और 157 वनडे विकेट लेने वाले प्रभाकर टेस्ट और वनडे दोनों में भारत के लिए शानदार काम करते थे।

1996 वर्ल्ड कप के बाद प्रभाकर को इंग्लैंड दौरे के लिए भारतीय टीम में नहीं चुना गया जिसके बाद उन्होंने उस समय टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया। उन्होंने 1999 में तहलका के स्टिंग ऑपरेशन में भी हिस्सा लिया और बीसीसीआई के खिलाफ आवाज उठाई।

इसके बाद बीसीसीआई ने जांच कराई और खुद प्रभाकर को ही फिक्सिंग का दोषी पाया जिसके बाद उन्हें आजीवन के लिए बैन कर दिया गया।

Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं

#4 हैंसी क्रोनिए

हैंसी क्रोनिए
हैंसी क्रोनिए

दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान और अफ्रीका के लिए 9 हजार से ज़्यादा इंटरनेशनल रन बनाने वाले हैंसी क्रोनिए पर 7 अप्रैल, 2000 में फिक्सिंग का आरोप लगा था। उनके साथ हर्शल गिब्स और निकी बोए का नाम भी इस कांड मेें शामिल था। इस केस की जांच कराई गई और क्रोनिए ने भी अपना अपराध स्वीकार कर लिया जिसके बाद उन पर क्रिकेट से आजीवन बैन लगा दिया गया।

सितंबर 2001 में उन्होंने अपने ऊपर लगाए बैन के खिलाफ अपील भी किया, लेकिन उनकी अपील को तुरंत खारिज कर दिया गया। 1 जून, 2002 को एक विमान दुर्घटना में 32 वर्षीय क्रोनिए की मौत हो गई। जब उनकी मौत की जांच कराई गई तो पता चला पायलट की लापरवाही से विमान दुर्घटना का शिकार हुआ था।

हालांकि, उनकी मौत के बाद कई लोगों का मानना था कि फिक्सिंग का सच बाहर ना आ जाए इसलिए क्रोनिए की हत्या करवा दी गई।

#3 एस. श्रीसंत

एस श्रीसंत
एस श्रीसंत

श्रीसंत जब इंटरनेशनल क्रिकेट में आए थे तो उन्हें आक्रामक तेज गेंदबाज के रूप में जाना जाता था। उन्हें ऐसे गेंदबाज के रूप में देखा जाता था जिसमें विकेट लेने की काफी भूख थी और उनका इंटरनेशनल करियर काफी अच्छा चल भी रहा था।

2013 में श्रीसंत को इंडियन प्रीमियर लीग में स्पॉट-फिक्सिंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया । श्रीसंत को जानबूझकर नो गेंद फेंकने के लिए 40 लाख रूपए लेने का दोषी पाया गया और वह नो गेंद उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ मैच में फेंकी थी।

श्रीसंत ने सट्टेबाजों को संकेत देने के लिए अपनी रुमाल का इस्तेमाल किया था और जब उन पर सारे आरोप साबित हो गए तो बीसीसीआई ने उन्हें क्रिकेट से आजीवन के लिए बैन कर दिया। भले ही अदालत से श्रीसंत को राहत मिल गई है, लेकिन बीसीसीआई ने अब भी अपना बैन हटाने से इंकार कर दिया है।

#2 सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर

सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर
सलमान बट, मोहम्मद आसिफ और मोहम्मद आमिर

2010 में लॉर्ड्स टेस्ट मैच में इंग्लैंड के खिलाफ पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ ने जानबूझकर नो गेंद फेंकी थी जिसका खुलासा एक स्टिंग ऑपरेशन के दौरान हुआ था। उस समय आमिर की उम्र 20 साल के करीब थी और वह इंटरनेशनल क्रिकेट में पाकिस्तान के उभरते हुए चेहरे थे।

इस घटना में उस समय पाकिस्तान के कप्तान रहे बाएं हाथ के बल्लेबाज सलमान बट भी शामिल थे और सभी खिलाड़ियों ने ऐसा करने के लिए सट्टेबाजों से पैसे लिए थे। आईसीसी की जांच में तीनों खिलाड़ी गुनहगार साबित हुए जिसके बाद सलमान बट पर 10 साल, आसिफ पर 7 साल और आमिर पर 5 साल का बैन लगाया गया।

इसके अलावा बट को 30 महीने, आसिफ को एक साल और आमिर को छह महीने जेल की सजा भी सुनाई गई। बट के बैन से 5 और आसिफ के बैन से 3 साल इस शर्त पर कम कर दिए गए थे कि वे आगे से ऐसी गलती नहीं करेंगे। आमिर ने इंटरनेशनल क्रिकेट में अच्छी वापसी कर ली है, लेकिन आसिफ और बट अभी भी घरेलू क्रिकेट खेल रहे हैं।

#1 मोहम्मद अजहरुद्दीन

मोहम्मद अजहरुद्दीन
मोहम्मद अजहरुद्दीन

सचिन तेंदुलकर के उदय से पहले यदि भारत के पास कोई स्टाइलिश और धुंआधार बल्लेबाज था तो वो थे मोहम्मद अजहरुद्दीन जिन्होंने टेस्ट और वनडे दोनों में अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाया था। इसके अलावा अजहरुद्दीन को भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक भी माना जाता है।

15 हजार से ज़्यादा इंटरनेशनल रन बनाने वाले अजहरुद्दीन पर फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप खुद फिक्सिंग में फंस अफ्रीकी खिलाड़ी हैंसी क्रोनिए ने लगाया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक क्रोनिए को सट्टेबाजों से अजहरुद्दीन ने ही मिलवाया था क्योंकि उनका सट्टेबाजों से लंबे समय से संबंध था।

इसके अलावा अजहरुद्दीन पर मुंबई के अंडरवर्ल्ड से भी गहरी दोस्ती रखने का आरोप लगा और उनका करियर बुरी तरह बर्बाद होने लगा। 2000 में बीसीसीआई और आईसीसी ने उन्हें आजीवन के लिए बैन कर दिया। कुछ सालों बाद आंध्र प्रदेश हाइकोर्ट के निर्णय के बाद बीसीसीआई ने तो अपना बैन हटा लिया।

Quick Links

Edited by मयंक मेहता
Sportskeeda logo
Close menu
WWE
WWE
NBA
NBA
NFL
NFL
MMA
MMA
Tennis
Tennis
NHL
NHL
Golf
Golf
MLB
MLB
Soccer
Soccer
F1
F1
WNBA
WNBA
More
More
bell-icon Manage notifications