कोविड-19 के कारण लम्बे समय तक भारत में बंद पड़े अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत एक बार फिर से होने वाली है। इंग्लैंड की टीम भारत दौरे पर आ चुकी है और 5 फ़रवरी से चेन्नई के मैदान में चार मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मैच खेलने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। भारत और इंग्लैंड ने 122 टेस्ट में एक दूसरे का सामना किया है, जिसमें भारत ने में 26 जीते और 47 हारे। वहीं भारत ने घर पर इंग्लैंड के खिलाफ 60 मैचों में 19 जीत दर्ज की हैं। इंग्लैंड को आखिरी बार भारत दौरे पर टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा था।
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इस आर्टिकल में हम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में भारत की 5 यादगार जीत के बारे में चर्चा करने जा रहे हैं।
#1 द ओवल (1971)
साल 1971 में भारत ने घर के बाहर वेस्टइंडीज और इंग्लैंड जैसी दो बड़ी टीमों के खिलाफ टेस्ट जीत दर्ज की थी। भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ अगस्त 1971 में 4 विकेट से जीत दर्ज की थी। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 355 रन बनाये थे। इसके जवाब में भारत की पहली पारी 284 रन पर सिमट गयी। इंग्लैंड की दूसरी पारी में भारतीय स्पिनर ने 38 रन देकर 6 विकेट लिए और इंग्लैंड की पारी 101 रन पर सिमट गयी।
दूसरी पारी में भारत को 173 रन की जरूरत थी। सुनील गावस्कर को शून्य पर खोने के बावजूद, भारत ने यह मैच जीता। कप्तान अजित वाडेकर ने 45, जबकि दिलीप सरदेसाई ने 40 और गुंडप्पा विश्वनाथ ने क्रमश: 40 और 33 रन बनाए।
#2 लॉर्ड्स (1986)
लॉर्ड्स में 1986 में दर्ज की गयी जीत भारत की सबसे खास जीत में से एक हैं। इस मैच में भारत ने चेतन शर्मा के 5 विकेट की बदौलत इंग्लैंड की पारी 294 रन पर सिमट गयी। भारत ने शानदार बल्लेबाजी की और टीम के लिए वेंगसरकर (126*) और मोहिंदर अमरनाथ (69) ने भी शानदार बल्लेबाजी की।
दूसरी पारी में कपिल देव ने 4 और मनिंदर सिंह ने भी 3 विकेट लिए,इस वजह से इंग्लैंड बड़ा स्कोर नहीं बना पाई। भारत को जीत के लिए मात्र 134 रन की जरूरत थी और भारत ने यह मैच आसानी 5 विकेट से जीत लिया।