Youngest Head coach of Team India: मंगलवार को गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को टीम इंडिया का नया हेड कोच नियुक्त किया गया। गंभीर इससे पहले आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के मेंटर के पद पर कार्यरत थे और उनके मार्गदर्शन में टीम पिछले सीजन में विजेता बनी थी।
गंभीर के कोच बनने से भारतीय फैंस भी काफी खुश हैं और उन्हें उम्मीद है कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर की कोचिंग में टीम और भी कई उपलब्धियां हासिल करेगी। गंभीर मैदान पर अपनी योजनाओं और आक्रामक रवैये के लिए जाने जाते हैं, जिसका फ़ायदा अब टीम इंडिया को मिलेगा।
गंभीर का कार्यकाल 27 जुलाई से भारत के श्रीलंका दौरे से शुरू होगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि गंभीर तीसरे ऐसे दिग्गज हैं, जो सबसे कम उम्र में टीम इंडिया के कोच बने हैं। इस आर्टिकल में हम उन 5 दिग्गजों के बारे में जिक्र करेंगे, जो सबसे कम उम्र में टीम इंडिया के कोच बने।
5. जॉन राइट (46 साल)
न्यूजीलैंड के पूर्व क्रिकेटर जॉन राइट की गिनती भारत के सबसे सफल कोचों में होती है। राइट 2000 से 2005 तक टीम इंडिया के हेड कोच रहे थे। उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम 2003 में वर्ल्ड कप के फाइनल तक का सफर तय करने में कामयाब रही थी।
4. अनिल कुंबले (46 साल)
अनिल कुंबले की गिनती भारत के सबसे सफल खिलाड़ियों में होती है और उनका करियर काफी शानदार रहा था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद कुंबले ने 2016-17 तक टीम इंडिया के हेड कोच की भूमिका निभाई थी। कुंबले की कोचिंग और विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया अपने आक्रामक खेल के लिए जानी जाती थी।
3. गौतम गंभीर (42 साल)
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के समापन के साथ राहुल द्रविड़ का बतौर टीम इंडिया के हेड कोच कार्यकाल पूरा हो गया था। उनकी जगह अब गौतम गंभीर ने ले ली है। गंभीर खिलाड़ी के तौर पर अपने करियर में कई कीर्तमान हासिल कर चुके हैं। अब बतौर कोच वह किस तरह की भूमिका निभाएंगे ये देखने वाली बात होगी।
2. गैरी कर्स्टन (41 साल)
2011 में जब टीम इंडिया ने दूसरा वर्ल्ड कप जीता था, उसका एक बड़ा क्रेडिट गैरी कर्स्टन को मिला था। कर्स्टन 2008 में 41 साल की उम्र में भारतीय टीम के हेड कोच बने थे। कर्स्टन अभी भी फैंस के लिए टीम के रहे सबसे लोकप्रिय कोचों में से एक हैं।
1. संदीप पाटिल (40 साल)
1983 में भारत की वर्ल्ड विजेता टीम का हिस्सा रहे संदीप पाटिल 1996 में 40 साल की उम्र में मेन इन ब्लू के हेड कोच बने थे। हालांकि, वह ज्यादा समय तक इस पद पर कार्यरत नहीं रह पाए थे।