पूर्व लेफ्ट ऑर्म स्पिनर अब्दुर रहमान (Abdur Rehman) ने पाकिस्तान क्रिकेट में फेवरिट्ज्म का बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) में दो कैंप होते हैं। एक कप्तान का कैंप होता है और दूसरा कोच का होता है। रहमान के मुताबिक अगर किसी प्लेयर के कप्तान से अच्छे संबंध हैं तो फिर कोच नाराज हो जाता है।
अब्दुर रहमान ने इस बात के लिए निराशा जाहिर की कि टीम सेलेक्शन के दौरान कोच और कप्तान की पर्सनल च्वॉइस उभरकर सामने आ जाती है और वे अपने फेवर के प्लेयर्स को सपोर्ट करते हैं।
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क्रिकेट पाकिस्तान के साथ खास बातचीत के दौरान अब्दुर रहमान ने ये बड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
अगर आप कप्तान की हां में हां मिलाते हैं तो उसके फायदे भी हैं और नुकसान भी हैं। अगर आपके कप्तान के साथ अच्छे संबंध हैं तो फिर कोच नाराज हो जाता है। जो लोग इसमें शामिल होते हैं काफी कुछ उनके पसंद और नापसंद पर निर्भर करता है। क्योंकि अगर कोच आपको पसंद करेगा तो फिर कप्तान नहीं करेगा। इसके बाद इनमें से एक उस प्लेयर को बाहर करने की कोशिश करेगा।
अपनी पसंद - नापसंद के आधार पर प्लेयर को बाहर करने की कोशिश की जाती है - अब्दुर रहमान
अब्दुर रहमान के मुताबिक अपनी पसंद और नापसंद के आधार पर खिलाड़ियों को नेशनल टीम से बाहर करवाने का प्रयास किया जाता है।
अपने निजी कारणों से वो प्लेयर को नापसंद करने लगते हैं। इस चीज को नहीं देखा जाता है कि वो पाकिस्तान के लिए कितना अहम प्लेयर है। उसके सारे पिछले परफॉर्मेंस को भुला दिया जाता है और उसे टीम से बाहर करने की कोशिश की जाती है। जब तक वो प्लेयर टीम से बाहर नहीं हो जाता है तब तक वो शख्स चैन से नहीं बैठेगा। ये पाकिस्तान और प्लेयर्स के लिए अच्छा नहीं है।
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