ऑस्ट्रेलियाई (Australia Cricket team) दिग्गज इयान चैपल (Ian Chappell) ने एक बार फिर जो रूट (Joe Root) की कड़ी आलोचना की। चैपल ने कहा कि रूट कप्तानी के दावेदार नहीं थे और उन्हें लाल गेंद की कप्तानी केवल इसलिए मिली क्योंकि वो एकमात्र दावेदार उपलब्ध थे।
रूट ने आलोचनाओं को निमंत्रण दिया क्योंकि उनकी टीम इस समय एशेज सीरीज में 5-0 के क्लीन स्वीप के करीब है। मेहमान टीम मौजूदा सीरीज में 0-3 से पिछड़ रही है और उसके कोचिंग स्टाफ में कोविड-19 मामलों ने उलझन बढ़ाने का काम ही किया है।
चैपल ने ईएसपीएनक्रिकइंफो में अपने कॉलम में लिखा कि रूट की कम प्रेरणादायी कप्तानी का इंग्लैंड के घरेलू और विदेशी प्रदर्शन पर असर दिखने लगा है। चैपल का मानना है कि इंग्लैंड को बेहतर टीम बनाने के लिए जो रूट सही व्यक्ति नहीं है।
चैपल ने कहा, 'इंग्लैंड में भी रूट की कम प्रेरणादायी कप्तानी दिखना शुरू हो गई है। महामारी के कारण कड़े समय में इंग्लैंड की इज्जत गिरने लगी है, जिसे घर में हराना मुश्किल था।'
चैपल ने आगे कहा, 'रूट को दोषी बनाना गलत है क्योंकि वो आसानी से इंग्लैंड का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज है, लेकिन उसे कुछ आरोप स्वीकार करने होंगे। वह कभी लीडर नहीं रहा और इसलिए जिम्मेदारी मिली क्योंकि कोई अन्य दावेदार नहीं था। ऐसी उम्मीद थी कि वो इस जिम्मेदारी में बढ़ेगा।'
इयान चैपल ने कहा, 'इंग्लैंड को हर परिस्थिति में हराना मुश्किल हो तो इसके लिए रूट सही विकल्प नहीं है।' रूट का शेष दो टेस्ट में कप्तान बने रहना तय है और आगे भी उन पर यह जिम्मेदारी बनी रह सकती है क्योंकि वह 2021 में टीम के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हैं। मगर इंग्लैंड की टीम को भी नए कप्तान की तलाश होगी जो उसे ऐसी टीम बनाए, जिसे हरा पाना आसान नहीं।
बेन स्टोक्स में है कप्तान बनने का दम: इयान चैपल
चैपल ने स्वीकार किया कि जो रूट का विकल्प खोजना उन्हें बर्खास्त करने से ज्यादा मुश्किल है। उनका मानना है कि प्रमुख ऑलराउंडर बेन स्टोक्स इंग्लैंड के कप्तान बन सकते हैं।
चैपल ने कहा, 'यह आसान भाग होगा, कार्यकाल का अंत करना। मुश्किल जिम्मेदारी है उनका विकल्प खोजना। मौजूदा टीम में बेन स्टोक्स को कप्तान बनाया जा सकता है। उनमें अच्छे कप्तान बनने के गुण हैं। वो आक्रामक हैं, प्रेरणादायी हैं और उनमें टीम को ऊपर ले जाने की क्षमता है।'
उन्होंने आगे कहा, 'यह बहुत मुश्किल काम है क्योंकि वो एक ऑलराउंडर हैं। उनमें जिम्मेदारी निभाने की क्षमता है, लेकिन इससे उनकी भावना टूट भी सकती है। अन्य बड़ी बात यह है कि ईसीबी की ऐसी छवि नहीं है कि वो मुश्किल फैसले ले सके।'
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट 5 जनवरी से सिडनी में शुरू होगा।