Asif Iqbal story: भारत को 15 अगस्त 1947 में आजादी मिली थी। इसके करीब डेढ़ साल एक खिलाड़ी ने टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया। उनका नाम गुलाम अहमद था। अपने दौर के शानदार स्पिनर रहे गुलाम को भारतीय टीम की कप्तानी का भी मौका मिला था। इनका भांजा भी क्रिकेटर रहा है। लेकिन वह भारत के लिए नहीं, बल्कि पाकिस्तान के लिए खेला। चौंकाने वाली बात ये है कि यह खिलाड़ी देश के बंटवारे के बाद कई सालों तक भारत में ही रहा था, लेकिन जब खेलने की बारी आई तो फिर पाकिस्तान चला गया।
भारत में सीखा और पाकिस्तान के लिए खेला
हम यहां बात कर रहे हैं आसिफ इकबाल की, जो पाकिस्तान टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। आसिफ का जन्म भारत के हैदराबाद में 6 जून 1943 को हुआ था। स्वतंत्रता के बाद भी उन्होंने भारत में घरेलू क्रिकेट खेला और शानदार प्रदर्शन किया। 1961 में भारत दौरे पर आई पाकिस्तान की टीम के खिलाफ उन्हें साउथ जोन की टीम की ओर से खेलने का मौका भी मिला था। उस मैच में उन्होंने 6 विकेट लिए और रणजी ट्रॉफी में शिकरत की।
इस वजह से चले गए थे पाकिस्तान
आसिफ ने अपने क्रिकेट की बारीकियां अपने मामा से ही सीखी थी। क्रिकेट का खेल उन्हें एक तरह से विरासत में मिला। जन्म के कुछ माह बाद ही आसिफ के पिता का निधन हो गया और मामा की देखरेख में उनकी परवरिश हुई। लेकिन आसिफ का परिवार बाद में कराची शिफ्ट हो गया। इसके बाद भी उन्होंने खेलना जारी रखा और पाकिस्तान की टीम में अपनी जगह बनाई। उन्होंने अक्टूबर 1964 में कराची में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहला टेस्ट मैच खेला। इस मैच में उन्होंने 41 और 36 रन बनाए, साथ ही दो विकेट भी लिए।
भारत दौरे पर बने कप्तान
1978-79 में आसिफ की कप्तानी में पाकिस्तान टीम ने भारत का दौरा किया। 6 टेस्ट मैचों की इस सीरीज में आसिफ ने 267 रन बनाए, लेकिन पाकिस्तान को 0-2 से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद आसिफ पर मैच फिक्सिंग के आरोप भी लगे।
बता दें कि आसिफ अब लंदन में सेटल हो चुके हैं और परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। उन्होंने अपने करियर में पाकिस्तान के लिए 58 टेस्ट और 10 वनडे मैच खेले थे। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 3575 रन बनाए और 53 विकेट लिए। वहीं, वनडे में उन्होंने 330 रन बनाए और 16 विकेट चटकाए।