भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने सोमवार को ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) दौरे के लिए टीम इंडिया (Indian Cricket Team) का ऐलान तीनों फॉर्मेट के लिए कर दिया और साथ ही चयन को लेकर बहुत से सवाल भी खड़े हुए। रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को चोट के चलते किसी भी फॉर्मेट में जगह नहीं मिली। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को एकदिवसीय व टी20 फॉर्मेट से हटा दिया गया और उन्हें टेस्ट में दूसरे विकल्प के तौर पर टीम में जगह दी गई। ऋषभ पंत को सीमित ओवरों के क्रिकेट से बाहर बैठाना क्रिकेट प्रेमियों को चौंकाने वाला फैसला लगा, तो पूर्व भारतीय दिग्गज वीरेंदर सहवाग (Virender Sehwag) को ऋषभ पंत को बाहर करना चौंकाने वाला फैसला नहीं लगा।
वीरेंदर सहवाग ने ऋषभ पंत को वनडे और टी20 से ड्रॉप होने पर कहा कि ऋषभ पंत को बाहर करना कोई चौंकाने वाल फैसला नहीं है। पिछले दौरे पर भी उन्हें प्लेइंग XI में जगह नहीं मिली थी। उनके स्थान पर केएल राहुल विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और उन्हें एक रेगुलर विकेटकीपर के रूप में देखा जाने लगा है। ऋषभ पंत को यह एक सबक सीखने का मौका है और उन्हें यह सन्देश दिया गया कि वह अपना खेल और बेहतर करें। वह अपना विकेट जल्दी गंवा देते है और मैच फिनिश नहीं कर पाते। अगर आगे भी वह इसमें सुधार नहीं करते है, तो उन्हें मौका नहीं मिलेगा।
वीरेंदर सहवाग ने उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे दौर में राहुल द्रविड़ को हम विकेटकीपर के तौर पर इस्तेमाल करते थे, क्योंकि एमएस धोनी के आने से पहले हमारे पास अच्छा विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं था। राहुल द्रविड़ की वजह से हम टीम में अतिरिक्त बल्लेबाज शामिल करते थे। यह हमारी टीम के लिए फायदेमंद रहता था। केएल राहुल का इस्तेमाल भी विराट कोहली ऐसा ही करना चाहेंगे। ऋषभ पंत को अगर टीम में वापसी करनी है, तो उन्हें घरेलू क्रिकेट में जाकर अच्छा खेल दिखाना होगा।