पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच कराची में खेले गए दो मैचों की टेस्ट सीरीज (PAK vs NZ) के पहले मैच का रोमांचक अंत हुआ। मैच के आखिरी घंटे में न्यूजीलैंड को 138 रनों का लक्ष्य मिला लेकिन टीम खराब रौशनी के कारण खेल रुकने तक 61/1 का ही स्कोर बना पाई थी और इस तरह दोनों टीमों को ड्रॉ से संतोष करना पड़ा। हालाँकि, अगर खेल पूरा होता तो नतीजा कीवी टीम के पक्ष में जा सकता था लेकिन पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम ने कहा कि हम नतीजा चाहते थे और इसीलिए इस तरह से पारी घोषित की थी।
अंतिम दिन पाकिस्तान ने कल के स्कोर 77/2 से आगे पारी को बढ़ाया और 311/8 के स्कोर पर बाबर ने अपने बल्लेबाजों को वापस बुलाते हुए, पारी घोषित करने का ऐलान कर दिया। आखिरी 15 ओवर में पाकिस्तान ने कीवी टीम के सामने 138 रनों का लक्ष्य रखा। हालांकि टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज टॉम लैथम (35*) और डेवोन कॉनवे (18*) ने तेज खेलने का प्रयास किया और 7.3 ओवर में 61/1 का स्कोर बना लिया था लेकिन अँधेरा ज्यादा होने की वजह से अंपायरों ने खेल जारी रखना उचित नहीं समझा और मुकाबला ड्रॉ रहा।
हम नतीजा चाहते थे - बाबर आजम
मैच के बाद, प्रेजेंटेशन सेरेमनी में बाबर आजम ने बताया कि उन्होंने आखिरी सत्र पारी घोषित करने का फैसला क्यों लिया था। उन्होंने कहा,
निश्चित तौर पर साहसिक घोषणा थी। हम नतीजा चाहते थे लेकिन रौशनी पर्याप्त रूप से अच्छी नहीं थी और मैच ड्रॉ रहा।
बाबर ने कीवी टीम की पहली पारी में कुछ ओवर गेंदबाजी भी की थी और इसके पीछे उन्होंने वजह भी बताई। इसके अलावा पाकिस्तानी कप्तान ने सऊद शकील और मोहम्मद वसीम जूनियर के योगदान की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा,
हमारा पांचवां गेंदबाज सलमान था, लेकिन पहली पारी के बाद वह ठीक नहीं था, वह दो दिनों तक बीमार रहा। मुझे नहीं लगता कि हमारे पास गेंदबाज कम था। सऊद और वसीम जूनियर जिस तरह से खेले, सकारात्मक क्रिकेट खेलने और उस साझेदारी को पूरा करने का श्रेय उन्हें जाता है।
पाकिस्तान की दूसरी पारी में शकील ने नाबाद 55 और वसीम जूनियर ने 43 रन बनाये। इन दोनों के बीच 71 रनों की साझेदारी हुई थी जिसकी वजह से पाकिस्तान ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पारी की घोषणा करने का जोखिम उठाया था।