प्रमुख तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट (Jaydev unadkat) को इंडियन टीम (Indian Cricket Team) में शामिल नहीं किए जाने को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज करसन घावरी ने उनादकट को लेकर ये बड़ा खुलासा किया है।
जयदेव उनादकट 2019-20 के रणजी सीजन में सौराष्ट्र टीम के कोच थे और उसी सीजन जयदेव उनादकट ने जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए सबसे ज्यादा विकेट चटकाए थे। हालांकि इसके बावजूद उन्हें टीम में जगह नहीं मिली।
उनादकट की उम्र भले ही अभी 29 साल है, लेकिन चेतन शर्मा की अगुवाई वाली चयन समिति का मानना था कि उनकी उम्र ज्यादा हो चुकी है और इसीलिए उन्हें टीम में नहीं शामिल किया जाएगा। ये खुलासा करसन घावरी ने किया है।
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जयदेव उनादकट को इंडियन टीम में शामिल नहीं किए जाने को लेकर हुआ बड़ा खुलासा
टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान करसन घावरी ने बताया कि जयदेव उनादकट को किस लिए चयनकर्ताओं ने टीम में नहीं चुना। उन्होंने कहा,
मैंने 2019-20 के रणजी ट्रॉफी सीजन के दौरान सेलेक्टर्स से पूछा था कि अगर एक प्लेयर 60 से ज्यादा विकेट लेता है और अपनी टीम को फाइनल तक ले जाता है तो क्या उसे इंडिया ए टीम में भी जगह नहीं मिल सकती है। सेलेक्टर्स ने मुझसे कहा कि कादू भाई उनादकट को अभी कभी भारतीय टीम के लिए नहीं चुना जाएगा। जब हम लोग 30 सदस्यीय टीम भी चुनते हैं तब भी उनके नाम पर विचार नहीं किया जाता है। तब मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों है, फिर इतने ज्यादा विकेट लेने का मतलब क्या रह जाता है। इस पर उन्होंने कहा कि उनादकट की उम्र पहले ही 32-33 साल हो चुकी है और उम्र उनके सेलेक्शन के आड़े आ रही है। इससे उनके इंडिया करियर पर फुल स्टॉप लग गया है।
करसन घावरी के मुताबिक सेलेक्टर्स ने उनसे कहा कि उनादकट का चयन करने की बजाय वो किसी युवा प्लेयर का चयन करेंगे जो लंबे समय तक के लिए खेल सके।
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