Highest Individual T20I Score at Chepauk: भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टी-20 मुकाबला चेन्नई के चेपॉक स्टेडियम में खेला जाना है। 2018 के बाद पहली बार इस मैदान पर कोई टी-20 इंटरनेशनल मुकाबला होने जा रहा है। दोनों ही टीमें बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी। भारतीय टीम को एक बार फिर से अपने ओपनर्स द्वारा धमाकेदार शुरुआत की पूरी उम्मीद होगी। दूसरी ओर इंग्लैंड भी उम्मीद करेगी कि पिछले मैच में उनकी सलामी जोड़ी फेल होने के बाद इस मैच में वापसी कर सके। जिस भी टीम के बल्लेबाज अच्छा खेलेंगे उसकी जीत सुनिश्चित होने की संभावना अधिक है। आइए जानते हैं टी-20 इंटरनेशनल में चेपॉक के मैदान पर तीन सबसे बड़ी पारियां खेलने वाले बल्लेबाज कौन से हैं।
#3 विराट कोहली (70)
2012 में इस मैदान पर खेले गए पहले टी-20 इंटरनेशनल मुकाबले में भारतीय स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 41 गेंद में 70 रनों की पारी खेली थी। पारी की शुरुआत करते हुए कोहली ने 10 चौके और एक छक्का लगाया था। हालांकि, उनकी पारी भारत को जीत दिलाने के लिए काफी साबित नहीं हुई। भारत ने यह मुकाबला एक रन के करीबी अंतर से गंवाया था। भारतीय टीम इस मैच में 168 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही थी।
#2 ब्रेंडन मैकुलम (91 रन)
जिस मैच में कोहली भारत को जीत नहीं दिला सके थे उसी मैच की पहली पारी में न्यूजीलैंड के लिए ब्रेंडन मैकुलम ने 91 रन बनाए थे। पहले बल्लेबाजी करते हुए वह न्यूजीलैंड को 167 के स्कोर तक ले गए थे। केवल दो रन के स्कोर पर ही न्यूजीलैंड ने अपने पहले दो विकेट गंवा दिए थे। इसके बाद मैकुलम ने 55 गेंदों में 11 चौके और तीन छक्के लगाते हुए इस मैदान की टी-20 इंटरनेशनल में दूसरी सर्वोच्च व्यक्तिगत पाली खेल डाली।
#1 शिखर धवन (92 रन)
चेपॉक में टी-20 इंटरनेशनल की सर्वोच्च व्यक्तिगत पारी खेलने का रिकॉर्ड पूर्व भारतीय ओपनर शिखर धवन के नाम है। 2018 में इस मैदान पर खेले गए अंतिम टी-20 इंटरनेशनल मुकाबले में धवन ने 92 रनों की शानदार पारी खेलकर भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत दिलाई थी। 182 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत के लिए धवन ने 62 गेंद में 10 चौके और दो छक्के लगाए थे।
भारत ने रोहित शर्मा का विकेट केवल 13 के स्कोर पर गंवा दिया था। इसके बाद धवन ने ये सुनिश्चित किया कि भारतीय टीम मैच में अधिक दबाव की स्थिति में न पहुंचे। धवन जब आउट हुए थे तब स्कोर बराबर हो चुका था और भारतीय पारी का एक गेंद बचा हुआ था।