Virat Kohli Retirement: पूर्व भर्ती कप्तान विराट कोहली ने 12 मई यानि आज इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कहकर क्रिकेट जगत को चौंका दिया। किंग कोहली ने 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था और जनवरी 2025 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला था।
पिछले 14 सालों में, दाएं हाथ के स्टार बल्लेबाज ने 123 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 46.85 की औसत से 9,230 रन बनाए हैं। टेस्ट क्रिकेटर के तौर पर अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने 30 शतक और 31 अर्धशतक जमाए।
फैंस को पूरी आस थी कि कोहली अभी कुछ और साल इस फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे, लेकिन उन्होंने रोहित शर्मा के टेस्ट से संन्यास लेने के बाद, अपने भी संन्यास का ऐलान कर दिया। आपको जानकर हैरानी होगी कि कई भारतीय खिलाड़ी ऐसे भी हैं, जिन्होंने कोहली से पहले टेस्ट में डेब्यू किया था, लेकिन अभी तक उन्होंने संन्यास का ऐलान नहीं किया है। इस आर्टिकल में हम ऐसे ही 3 भारतीय प्लेयर्स के बारे में आपको बताने वाले हैं।
3. इशांत शर्मा
इशांत शर्मा भारतीय टेस्ट टीम का अहम हिस्सा रहे हैं, जिन्होंने विराट कोहली की कप्तानी में विदेशी धरती पर दबदबा कायम किया। दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने कुल 105 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 311 विकेट लिए हैं। इस दौरान वह 11 बार पांच विकेट और एक बार 10 विकेट (मैच में) हॉल लेने में सफल रहे हैं।
इशांत ने अपने टेस्ट करियर की शुरुआत साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ की थी। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच नवंबर 2021 में न्यूजीलैंड के खिलाफ था। उसके बाद से उनकी टीम में वापसी नहीं हुई है।
2. चेतेश्वर पुजारा
इस लिस्ट में शामिल एक और अनुभवी भारतीय क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा हैं। इशांत शर्मा की तरह, पुजारा ने विराट कोहली की कप्तानी के दौरान भारत विदेशी सरजमीं पर कई बार जीत दिलाने में महत्वपूर्ण रोल ऐडा किया है। पुजारा ने अब तक भारत के लिए 103 टेस्ट मैच खेले हैं। उन्होंने 7,195 रन बनाए हैं, जिसमें तीन दोहरे शतक, 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं।
पुजारा ने अपना पहला टेस्ट मैच 2010 में न्यूजीलैंड के खिलाफ एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला था। उनका आखिरी मैच 2023 में इंग्लैंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ WTC फाइनल था। पुजारा ने कमेंटेटर के तौर पर काम करना शुरू कर दिया है, लेकिन वे अभी भी रेड-बॉल टूर्नामेंट में सक्रिय हैं।
1. जयदेव उनादकट
जयदेव उनादकट ने अब तक सिर्फ चार टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन उन्होंने विराट कोहली से पहले टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। उनादकट को 2010 में सुपरस्पोर्ट पार्क में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच से पहले अपना पहला टेस्ट कैप मिला था।
बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने अपने डेब्यू मैच में ज्यादा प्रभावित नहीं किया था और जल्द ही टीम में अपनी जगह खो दी। सालों की कड़ी मेहनत के बाद, उनादकट आखिरकार 2022 के अंत में बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए भारतीय टेस्ट टीम में वापस आ गए।
उनादकट 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई वाली टेस्ट सीरीज में भी खेले थे। उनादकट ने विराट से पहले टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था और अभी तक रिटायर नहीं हुए हैं, लेकिन उन्हें विराट की कप्तानी में कभी टेस्ट खेलने का मौका नहीं मिला।