IND vs AUS Gabba Test: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया की शुरुआत काफी अच्छी रही थी। भारतीय टीम ने पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच को 295 रन से जीतने में कामयाबी हासिल की, लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम ने वो करके दिखाया जिसके लिए वो जानी जाती है। एडिलेड में खेले गए डे-नाइट टेस्ट को ऑस्ट्रेलियाई टीम 10 विकेट से जीतने में कामयाब रही। इस तरह दोनों टीमें सीरीज में 1-1 की बराबरी पर खड़ी है।
सीरीज का तीसरा टेस्ट 14 दिसंबर से गाबा, ब्रिस्बेन में खेला जाना है। गाबा से टीम इंडिया की कुछ अच्छी यादें जुड़ी हैं। दरअसल, भारतीय टीम पिछली बार गाबा में टेस्ट मैच खेलने के लिए 2021 में उतरी थी। तब भारत ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में शानदार प्रदर्शन करते हुए 3 विकेट से शानदार जीत हासिल की थी। गाबा में मिली ऐतिहासिक जीत के कुछ सितारे मौजूदा सीरीज के तीसरे टेस्ट में नहीं खेलेंगे। इस आर्टिकल में हम आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जो 2021 में गाबा में मिली जीत के हीरो थे और इस मैदान पर होने वाले BGT के अगले मैच में टीम का हिस्सा नहीं होंगे।
3. शार्दुल ठाकुर
भारत के पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर गाबा में हुए टेस्ट मैच में शार्दुल ठाकुर ने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने पहली पारी में तीन अहम विकेट हासिल किए थे और ऑस्ट्रेलिया को 369 रनों पर रोकने में अहम भूमिका अदा की थी। वहीं, टीम इंडिया जब पहली पारी में मुश्किल में थी, तो उन्होंने बल्ले से 115 गेंदों में 67 रन की लाजवाब पारी खेली थी। इस दौरान उनके बल्ले से 9 चौके और दो छक्के निकले थे। इसके बाद दूसरी पारी में दाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया के 4 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाई थी।
2. अजिंक्य रहाणे
सीरीज के आखिरी टेस्ट मैचों में अजिंक्य रहाणे की उम्दा कप्तानी को कौन भूल सकता है। पहले टेस्ट के बाद विराट कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए भारत लौट आए थे। इसके बाद रहाणे को कमान मिली थी। पहला टेस्ट हारने के बाद टीम इंडिया ने मेलबर्न में हुए मैच को जीतकर सीरीज में 1-1 की बराबरी की। सीरीज का निर्णायक मैच गाबा में खेला गया था। रहाणे ने भारतीय गेंदबाजी के दौरान कुछ बेहतरीन फैसले लिए थे, जो कि टीम के काम आए। उन्होंने पहली पारी में 37 और दूसरी पारी में 24 रन बनाए थे। रहाणे की कप्तानी की काफी सराहना हुई थी।
1. चेतेश्वर पुजारा
भारत के पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में चेतेश्वर पुजारा ने कोई शतक नहीं बनाया था, लेकिन उनका योगदान शतकों और उपलब्धियों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण था। पहली पारी में भले ही पुजारा के बल्ले से 25 रन निकले थे, लेकिन वो क्रीज पर लम्बे समय तक डटे रहे थे। इसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में 54 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली थी। इसके लिए उन्होंने 211 गेंदों का सामना किया था, कई गेंदों से उनको चोट भी लगी थी, लेकिन पुजारा का हौसला बुलंद था। उन्होंने ऋषब पंत के साथ मिलकर मैच जिताऊ साझेदारी निभाई थी।