भारतीय टेस्ट टीम (Indian Cricket Team) के दिग्गज बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया है कि जब वो इंजरी के कारण छह महीने के लिए बाहर हुए थे तो अपने आप पर शक करना शुरु कर दिया था कि क्या वो दोबारा खेल पाएंगे या नहीं।
चेतेश्वर पुजारा के मुताबिक उस वक्त वो पूरी तरह से बिखर गए थे। उनके दिमाग में कई तरह की बातें चल रही थीं। यू-ट्यूब चैनल "माइंड मैटर्स" पर बातचीत के दौरान पुजारा ने बताया कि वो किस तरह से अपने सबसे मुश्किल क्रिकेटिंग करियर से बाहर आए थे। चेतेश्वर पुजारा ने कहा,
जब मेरी पहली इंजरी हुई थी तो उससे वापस आना मेरे क्रिकेटिंग करियर का सबसे मुश्किल टाइम था। जब फिजियो ने आकर मुझसे कहा कि रिकवर होने में छह महीने लगेंगे तो मैं काफी निराश हो गया और रोने लगा। उस समय मेरा माइंडसेट बिल्कुल निगेटिव था। मैं ये सोचने लगा कि क्या दोबारा मैं ये गेम खेल पाउंगा ? क्या इंटरनेशनल लेवल पर मैं दोबारा वापसी कर पाउंगा ?
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फैमिली और दोस्तों ने दिलाया भरोसा - चेतेश्वर पुजारा
चेतेश्वर पुजारा के मुताबिक इन परिस्थितियों में उन्होंने अपने फैमिली मेंबर्स से बातचीत की और उससे उन्हें काफी फायदा हुआ। उन्होंने बताया,
धीरे-धीरे मैंने अपने फैमिली मेंबर्स, मेरे पिता और दोस्तों से बातचीत करना शुरु किया और उन्होंने मुझे भरोसा दिलाया कि तुम इससे बाहर निकलकर सामने आओगे। इस बारे में चिंता ना करो। इसलिए मैंने अपने फ्यूचर के बारे में चिंता करना छोड़ दिया और अपने वर्तमान पर फोकस करने लगा। जब आप निगेटिव जोन में होते हैं तो आपके आस-पास हर चीज निगेटिव लगने लगती है। मैं योगा और मेडिटेशन भी करता हूं। मैं रोज पूजा भी करता हूं जिससे मुझे पॉजिटिव रहने में मदद मिलती है।
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