Chris Woakes frustrated with umpires call: भारत के खिलाफ चल रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड ने काफी अच्छी गेंदबाजी की लेकिन कुछ मौकों पर भारतीय बल्लेबाज काफी लकी साबित हुए। खास तौर से यशस्वी जायसवाल और करुण नायर को मैदानी अंपायर की कॉल ने जीवनदान दिए। पहले दिन का खेल समाप्त होने के बाद इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने इसको लेकर निराशा जाहिर की। वोक्स का मानना है कि इन दो बल्लेबाजों के पक्ष में गया मैदानी अंपायर का कॉल उनके और उनकी टीम के लिए काफी निराशाजनक था।
वोक्स की गेंद पर जब जायसवाल के खिलाफ पगबाधा की अपील की गई थी तब वह केवल 12 रन बनाकर खेल रहे थे। हालांकि मैदानी अंपायर ने इंग्लैंड के इस अपील को खारिज कर दिया था। दूसरी ओर करुण नायर भी कुछ इसी तरह एक बार बचे थे। नायर ने इसके बाद अपनी पारी में 26 रन जोड़े थे तो वहीं जायसवाल ने 75 रन बनाए। कुल मिलाकर अंपायर का यह कॉल इंग्लैंड को 101 रन महंगा पड़ गया।
इस बारे में बात करते हुए वोक्स ने कहा, निश्चित तौर पर यह काफी निराशाजनक था। कई निर्णय ऐसे होते हैं जो आपके पक्ष में जाते हैं लेकिन यह ऐसा खेल है जिसे हम खेलते हुए आगे बढ़ते रहते हैं।
मैच के पहले दिन खासतौर से वोक्स ने काफी अच्छी गेंदबाजी की उन्होंने ही इंग्लैंड को पहली सफलता भी दिलाई थी। जब केवल 15 के कुल योग पर केएल राहुल विकेटकीपर को कैच थमा बैठे थे। जायसवाल और नायर के खिलाफ हुई जिस अपील को मैदानी अंपायर ने नकारा था उसके रिव्यू में यह देखा गया कि गेंद गिल्लियों को टच कर रही थी। ऐसे में यदि मैदानी अंपायर ने बल्लेबाज को नॉट आउट करार नहीं दिया होता तो उन्हें वापस पवेलियन जाना पड़ता। इस मामले में मैदानी अंपायर का कॉल बल्लेबाज के पक्ष में चला गया।
वोक्स ने इस मैच के लिए भारत की प्लेइंग इलेवन में शामिल किए गए ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को एक अंदर आती गेंद पर क्लीन बोल्ड किया था। पहले दिन का खेल समाप्त होने पर उन्होंने सबसे अधिक 21 ओवर की गेंदबाजी की और केवल 59 रन खर्च करते हुए सबसे अधिक दो विकेट भी अपने नाम किए।