Chris Woakes and Jak Crawley attacked by Legend: भारत से दूसरे टेस्ट में मिली करारी हार के बाद इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज और वर्तमान कमेंटेटर जियोफ्री बॉयकॉट ने क्रिस वोक्स और जैक क्रॉली की जमकर आलोचना की है। भारत ने एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड को 336 रन से हराकर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली, और इसी हार के बाद बॉयकॉट ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी। क्रॉली इस पूरी सीरीज में लगातार फेल हो रहे हैं। ओपनर बल्लेबाज के तौर पर वह टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दिला पा रहे हैं। दूसरी ओर वोक्स भी विकेट निकालने में सफल नहीं रहे हैं।
बॉयकॉट ने अपने द टेलीग्राफ के अपने कॉलम में लिखा कि क्रिस वोक्स अब अपने करियर के ढलान पर हैं और उनकी गति में गिरावट साफ दिख रही है। दो टेस्ट में वोक्स ने 82 ओवर में 290 रन देकर सिर्फ 3 विकेट लिए हैं।
उन्होंने लिखा, वोक्स की रफ्तार अब घट रही है, जैसा कि उम्र बढ़ने के साथ किसी भी सीमर के साथ होता है। वह विदेशों में कभी विकेट लेने वाले गेंदबाज़ नहीं रहे हैं। हां, इंग्लिश पिचों पर उन्होंने अच्छा किया है और बैटिंग में भी कभी-कभी टीम के लिए बचाव का रास्ता बने हैं। वोक्स अच्छे खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन जेम्स एंडरसन जैसे मास्टर नहीं, जिन्होंने देश और विदेश दोनों में लगातार विकेट झटके। ऑस्ट्रेलिया में उनका रिकॉर्ड बेहद खराब है और 36 की उम्र में उसके बदलने की संभावना भी नहीं है।
इतने टेस्ट खेलने के बाद क्रॉली ने कुछ नहीं सीखा- बॉयकॉट
बॉयकॉट ने क्रॉली को लेकर भी निराशा जताई। उन्होंने कहा कि इतने टेस्ट खेलने के बावजूद क्रॉली ने कुछ नहीं सीखा है और उनकी तकनीकी खामियां अब आदत बन चुकी हैं।
उन्होंने लिखा, मुझे नहीं लगता कि वो खुद में बदलाव ला सकते हैं या लाना चाहते हैं। बल्लेबाजी मानसिक खेल है। क्या शॉट खेलना है, क्या छोड़ना है ये दिमाग तय करता है। क्रॉली की सोच और तकनीक की गलतियां जड़ पकड़ चुकी हैं। 56 टेस्ट खेलने के बाद भी उन्होंने कुछ नहीं सीखा। एक चमकदार पारी और ढेरों असफलताएं, 31 का औसत। ये कतई स्वीकार करने लायक नहीं है।