क्रिकेटरों के सन्यास लेने के बाद राजनीति में आने के कई उदाहरण मौजूद हैं। क्रिकेटरों का उनके सम्मानजनक व्यक्तित्व और लोकप्रियता के कारण राजनीति के क्षेत्र में हमेशा ही स्वागत किया गया है।
यह भी पढ़ें: 4 खिलाड़ी जो आने वाले समय में भारतीय टीम का नियमित हिस्सा हो सकते हैं
हालांकि ऐसे काफी कम क्रिकेटर रहे हैं जिन्हें राजनीति में अच्छे और महत्वपूर्ण पद संभालने को मिले हैं। कुछ ही क्रिकेटर आगे चलकर अपने देश के प्रधानमंत्री बनने तक का सफर तय कर पाए हैं
ऐसे सिर्फ पांच क्रिकेटर हैं जो बाद में अपने देश के प्रधानमंत्री बन पाए हैं, आइये देखते हैं वो कौन हैं
1. सर एलेक डगलस-होम
सर एलेक डगलस-होम एक ब्रिटिश कंजरवेटिव राजनीतिज्ञ थे जो अक्टूबर 1963 से अक्टूबर 1964 तक यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री रहे। अपने समय में एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर सर एलेक ने अपने करियर के दौरान मिडिलसेक्स और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के लिए क्रिकेट खेला।
1924 और 1927 के बीच 10 प्रथम श्रेणी मैचों में मिडिलसेक्स का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने 37 नॉट आउट के सर्वश्रेष्ठ स्कोर के साथ 16.33 की औसत से 147 रन बनाए।
अपनी मध्यम गति की गेंदबाजी से उन्होंने 30.25 की औसत से 12 विकेट लिए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 43 रन देकर 3 विकेट रहा। 1926-27 में दक्षिण अमेरिका के एमसीसी "प्रतिनिधि" दौरे पर अर्जेंटीना के खिलाफ उन्होंने 3 प्रथम श्रेणी अंतरराष्ट्रीय मैच खेले थे।
विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय में प्रधानमंत्री एडवर्ड हीथ के मंत्रिमंडल में सेवाएं देने के बाद, लॉर्ड डगलस को अपने मजबूत प्रतिद्वंद्वी हेराल्ड हिलसन को मात देकर ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया। आर्थिक और राजनयिक मामलों की उनकी बढिया समझ ने अक्टूबर 1963 में हुए चुनावों के दौरान उन्हें बाकी उम्मीदवारों से अलग खड़ा किया था।
Hindi Cricket News, सभी मैच के क्रिकेट स्कोर, लाइव अपडेट, हाइलाइट्स और न्यूज स्पोर्टसकीड़ा पर पाएं।
2. सर फ्रांसिस बेल
सर फ्रांसिस बेल न्यूज़ीलैंड में पैदा होने वाले पहले कीवी प्रधानमंत्री थे। सर फ्रांसिस बेल न्यूजीलैंड में जन्मे पहले नागरिक थे, जिन्होंने 10 से 30 मई, 1925 के अपने छोटे कार्यकाल के दौरान आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। अपनी किशोरावस्था में एक प्रख्यात क्रिकेटर रहे बेल ने दो प्रथम श्रेणी मैचों में वेलिंगटन का प्रतिनिधित्व किया। राष्ट्रीय स्तर पर खेल पाने में असमर्थ रहने पर सर फ्रांसिस बेल ने संन्यास ले लिया और राजनीति में प्रवेश किया।
नेल्सन में जन्मे फ्रांसिस बेल ने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। वेलिंगटन के मेयर के रूप में अपने राजनीतिक कार्यकाल की शुरुआत करते हुए, वह आगे प्रधानमंत्री बनने में सफल रहे। हालांकि यह केवल 16 दिनों के लिए था।
3. कामिसेसे मारा
रतू सर कामिसेसे मारा को फिजी राष्ट्र का संस्थापक पिता माना जाता है। उन्होंने 1970 से 1992 तक देश के प्रधानमंत्री और फिर 1993 से 2000 तक इसके राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया। कामिसेसे मारा फिजी के लिए दो प्रथम श्रेणी मैच ओटागो और कैंटरबरी के खिलाफ 1953/54 के न्यूज़ीलैंड दौरे पर खेल चुके हैं।
एक पेशेवर क्रिकेटर के रूप में टीम के उप-कप्तान, मारा को कैंटरबरी के खिलाफ मैच के दौरान दाहिने हाथ में एक दुर्भाग्यपूर्ण चोट लगी जिसकी वजह से उनका करियर ज्यादा नहीं चल सका।
4. इमरान खान
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए 22 साल तक संघर्ष करते रहे। इमरान खान ने 1971 से 1992 के बीच पाकिस्तान के लिए टेस्ट व वनडे क्रिकेट खेला।
वह 1992 में विजयी विश्व कप अभियान के दौरान अपनी राष्ट्रीय टीम के कप्तान रहे। उन्हें पाकिस्तान के महानतम क्रिकेटरों में से एक माना जाता है।
5. नवाज शरीफ
विश्व कप विजेता कप्तान इमरान खान देश में राजनीतिक नेतृत्व के शीर्ष पर जाने वाले एकमात्र पाकिस्तानी क्रिकेटर नहीं हैं। दिलचस्प बात यह है कि उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी नवाज शरीफ भी एक अच्छे क्लब क्रिकेटर थे और उन्होंने एक प्रथम श्रेणी मैच खेला था।
हालांकि, शरीफ इस मैच को भूलना ही ज्यादा पसंद करेंगे क्योंकि इसमें वह पहली ही गेंद का सामना करते हुए शून्य पर आउट हो गए थे।