Dale Steyn Backs Ben Stokes: भारतीय क्रिकेट टीम ने मैनचेस्टर टेस्ट में जिस तरह का प्रदर्शन करके उसे ड्रॉ करवाने में सफलता हासिल की, उसकी वजह ज्यादातर फैंस और पूर्व क्रिकेटर्स शुभमन गिल की सेना की तारीफ करते नजर आ रहे हैं। हालांकि, इस टेस्ट के आखिरी दिन के अंतिम सेशन में मैदान पर जो विवाद हुआ था, वो मामला अभी तक ठंडा नहीं हुआ है।दरअसल, पांचवें सेशन के आखिरी घंटे में इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने रवींद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर के सामने हाथ मिलाकर आपसी सहमति से मैच को खत्म करने की पेशकश रखी थी, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने उसे माना नहीं था क्योंकि दोनों शतक के करीब थे। इससे इंग्लैंड के प्लेयर्स खफा हो गए थे। हालांकि, मैच के बाद पूर्व क्रिकेटर्स एलेस्टेयर कुक और नासिर हुसैन ने टीम इंडिया के फैसले की सराहना की। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के पूर्व तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया है।बल्लेबाज पर्सनल माइलस्टोन के लिए ड्रॉ के लिए खेल रहे थे - डेल स्टेनस्टेन का मानना है कि जब पहले से ही तय हो गया था कि मैच ड्रॉ होने वाला है, तो जडेजा और सुंदर को अपने-अपने पर्सनल माइलस्टोन के पीछे भागने की क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य तो मैच को ड्रॉ करना था ना की शतक बनाना।स्टेन का कहना है कि जब वो जान चुके थे कि मैच का नतीजा नहीं निकलेगा तो हाथ मिलकर उसे खत्म करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए थी। स्टोकस ये ये प्रस्ताव देकर बिल्कुल ठीक किया था, यही तो एक जेंटलमैन जैसा काम होता है, है ना?गौरतलब हो कि स्टोक्स की आपसी सहमति से मैच ड्रॉ करने की रिक्वेस्ट के बाद टीम इंडिया ने 7 ओवर और बल्लेबाजी की थी। इसदौरान जडेजा के बाद सुंदर में भी अपना शतक पूरा किया। सुंदर का शतक पूरा होते ही मैच को खत्म कर दिया गया। हालांकि, स्टोक्स का गुस्सा ठंडा नहीं हुआ था और उन्होंने मैच के बाद जडेजा एवं सुंदर से हाथ भी नहीं मिलाया था।