Dav Whatmore on Hardik Pandya not playing domestic cricket: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या इन दिनों सबसे ज्यादा चर्चा में हैं। हार्दिक के हाथ से टी20 की कप्तानी भी चली गई, वहीं उनकी पत्नी नताशा स्टेनकोविक ने भी उनका साथ छोड़ दिया है। इन सब के बीच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डेव व्हाटमोर ने भी हार्दिक पर निशाना साधा है और उनकी घरेलू क्रिकेट को तवज्जो ना देने को लेकर आलोचना की है।
इंटरनेशनल क्रिकेट सर्किट में श्रीलंका, पाकिस्तान, जिम्बाब्वे और बांग्लादेश जैसी टीम के हेड कोच रह चुके डेव व्हाटमोर बदौड़ा टीम के भी कोच रहे हैं। व्हाटमोर ने हार्दिक पांड्या की घरेलू टीम बड़ौदा के लिए 2021-22 और 2022-23 के सत्र में हेड कोच की भूमिका अदा की थी। अब उन्होंने टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर को घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता ना देने के चलते जमकर खरीखोटी सुनाई है।
हार्दिक पांड्या को लेकर डेव व्हाटमोर ने क्या कहा?
दाएं हाथ के ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने साल 2018 में अपना आखिरी घरेलू मैच खेला था। इसके बाद से ही वो आईपीएल को छोड़कर अन्य किसी घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा लेते नहीं दिखे हैं। इस चीज को लेकर डेव व्हाटमोर ने निराशा जाहिर की।
एक पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल से बात करते हुए व्हाटमोर ने कहा, "अभी भी कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट नहीं खेलते हैं। उदाहरण के लिए, बड़ौदा में मेरे पिछले कुछ सालों में, हार्दिक पांड्या ने लिमिटेड ओवरों की क्रिकेट कभी नहीं खेली। यह बात मुझे हमेशा हैरान करती है कि उन्हें बड़ौदा का ऑलराउंडर कहा जाता है, लेकिन उन्होंने कई सालों से बड़ौदा के लिए नहीं खेला है।"
अब बीसीसीआई ने शुरू किया घरेलू क्रिकेट को प्राथमिकता देना
व्हाटमोर ने आगे कहा, "लेकिन हाल ही में, मैंने देखा है कि बीसीसीआई इस बात के लिए उत्सुक है कि खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी के साथ-साथ अन्य दो फॉर्मेट में भी हिस्सा लें, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे क्रिकेट को खेल के रूप में देखें। यह सुनिश्चित करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं कि 4 दिवसीय क्रिकेट की अनदेखी ना की जाए।"
गौरतलब है कि बीसीसीआई ने इस साल की शुरुआत से ही घरेलू क्रिकेट खेलने पर जोर दिया है और जिन्होंने ऐसा नहीं किया उन्हें टीम के साथ-साथ कॉन्ट्रैक्ट से भी बाहर का रास्ता दिखाया। इसका सबसे बड़ा उदाहरण श्रेयस अय्यर और ईशान किशन हैं। वहीं, हार्दिक को भी अब घरेलू क्रिकेट खेलने को कहा गया है और चैंपियंस ट्रॉफी का चयन विजय हजारे टूर्नामेंट में गेंदबाजी फिटनेस साबित करने पर ही निर्भर करेगा।