ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के अनुभवी ओपनर डेविड वॉर्नर (David Warner) ने कहा कि उनके जैसे मल्टी फॉर्मेट में निरंतर बेहतर प्रदर्शन करने वाला बल्लेबाज निकट भविष्य में नहीं मिलना है। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने इसके साथ ही बताया कि पूर्व टीम साथी फिल ह्यूज (Phil Hughes) की मौत का प्रभाव उन पर उस समय कैसे पड़ा था।
वॉर्नर एक दशक से ज्यादा समय से ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। 36 साल के वॉर्नर ने 2009 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया और 15,000 से ज्यादा रन बना चुके हैं। लाल और सफेद गेंद में वो अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहे हैं।
वॉर्नर ने न्यूज कॉर्प से बातचीत में कहा, 'कोई अनोखा बल्लेबाज ही होगा जो सामने निकलकर आएगा। मगर मुझे नहीं लगता कि आपको ऐसा खिलाड़ी मिलने वाला है, जिसका तीनों प्रारूपों में खेलते हुए करियर 5-10 साल का रहने वाला है। मुझे नहीं लगता कि ऐसा होने वाला है।'
डेविड वॉर्नर का पिछले कुछ समय से टेस्ट क्रिकेट में प्रदर्शन खराब रहा है और उन्हें इस प्रारूप से संन्यास लेने की मांगें उठ रही है। वॉर्नर ने जनवरी 2020 के बाद से टेस्ट शतक नहीं जमाया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ब्रिस्बेन में पहले टेस्ट की पहली पारी में वो पहली गेंद पर आउट हो गए थे।
इसके साथ ही वॉर्नर ने बताया कि ह्यूज की मौत के बाद भारत के खिलाफ टेस्ट मैच खेलना मुश्किल था। उन्होंने उस समय शराब पीना भी बंद कर दी थी क्योंकि उनकी पत्नी गर्भवती थी।
वॉर्नर ने कहा, 'मैं अपने विकेट की कद्र नहीं कर रहा था। मैं बस गेंद को देखकर रिएक्ट कर रहा था। वो डरावना टेस्ट मैच था। मेरा मानना है कि उस समय हम वो टेस्ट खेलने के हकदार नहीं थे। वो बहुत, बहुत मुश्किल था। मुझे पता है कि ह्यूज हमें मैदान में खेलते हुए देखना चाहते होंगे। वो उस तरह के व्यक्ति थे। वो हर किसी की चिंता करते थे।'
बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एडिलेड में वो टेस्ट मैच खेला गया था। डेविड वॉर्नर ने दोनों पारियों में शतक जमाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 48 रन से हराया था।