भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने इंग्लैंड में पहली बार आयोजित हो रहे द हंड्रेड टूर्नामेंट में खेलने की इच्छा जताई है। हालांकि बीसीसीआई की तरफ पाबंदियों की वजह से अभी तक किसी भी मेल क्रिकेटर ने इस टूर्नामेंट के लिए साइन नहीं किया है।
बीसीसीआई ने द हंड्रेड टूर्नामेंट में खेलने के लिए पांच महिला क्रिकेटरों को एनओसी दी है। ये खिलाड़ी स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा और जेमिमा रॉड्रिग्स हैं। 21 जुलाई से इस टूर्नामेंट की शुरूआत होगी।
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द गार्जियन के साथ एक इंटरव्यू में दिनेश कार्तिक ने बताया कि सुरेश रैना और रॉबिन उथप्पा जैसे खिलाड़ी भी द हंंड्रेड टूर्नामेंट में खेलना चाहते हैं। उन्होंने कहा,
अगर मुझे मौका मिला तो जरूर खेलना चाहूंगा। लेकिन नियमों की वजह से हम खेलने में सक्षम नहीं हैं। लेकिन आगे का क्या पता, अगर चीजें बदलें तो फिर हम क्यों नहीं खेल सकते हैं। मैं सुरेश रैना और रॉबिन उथप्पा जैसे क्रिकेटर्स को जानता हूं जिन्होंने विदेशी फ्रेंचाइज में खेलने की इच्छा जताई थी। हालांकि उनकी मांग को अभी तक स्वीकार नहीं किया गया है। मैं इस टूर्नामेंट में जरूर खेलना चाहूंगा लेकिन बीसीसीआई के नियमों की वजह से अभी ऐसा नहीं कर पाऊंगा। हम बीसीसीआई और अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हैं। जो नियम होंगे हमें उसका पालन करना होगा।
द् हंड्रेड टूर्नामेंट के नियम
आपको बता दें कि द् हंड्रेड 100 गेंदों का टूर्नामेंट होगा। एक गेंदबाज लगातार पांच या दस गेंदें फेंक सकता है। पारी की पहली 25 गेंदों में पावरप्ले शामिल होगा। इसके बाद किसी भी समय फील्डिंग वाली टीम 2 मिनट का टाइम आउट ले सकती है। यह अनिवार्य नहीं होगा और बल्लेबाजी वाली टीम के पास टाइम आउट का अधिकार नहीं होगा। टॉस पिच पर नहीं होकर एक स्टेज पर होगा जिसे डीजे और मनोरंजन के लिए रखा जाएगा। लिंग भेद न हो, इसे देखते हुए बैट्समैन की जगह बैटर (Batter) टर्म का इस्तेमाल होगा।
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