Akash Deep Reveals Guatam Gambhir Motivational Message: एजबेस्टन में इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट से भारत ने जसप्रीत बुमराह को आराम दिया और उनकी जगह आकाशदीप को प्लेइंग 11 में मौका मिला। आकाश ने भी अपने चयन को पूरी तरह सही साबित किया और इंग्लैंड की पहली पारी में चार बल्लेबाजों का शिकार किया। अपने शानदार प्रदर्शन के बाद इस तेज गेंदबाज ने खुलासा किया कि हेड कोच गौतम गंभीर ने उन्हें क्या बोला और किस तरह से उनका आत्मविश्वास बढ़ाया।
इंग्लैंड की पारी की शुरुआत में ही आकाशदीप ने कमाल दिखाया और एक ही ओवर में बेन डकेट व ओली पोप को चलता कर दिया। इसके बाद, उन्हें तीसरे दिन काफी देर सफलता नहीं मिली लेकिन जब भारत ने दूसरी नई गेंद ली तो उन्होंने फिर अपना जादू दिखाया। हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ के बीच हो चुकी 300 रनों से ज्यादा की साझेदारी को आकाश ने ही तोड़ा और फिर क्रिस वोक्स को भी चलता कर विकेटों का चौका लगाया।
बंगाल के लिए घरेलू क्रिकेट खेलने वाले आकाशदीप को पिछले साल भारत के लिए टेस्ट डेब्यू का मौका मिला था और इसके बाद उन्हें तीसर तेज गेंदबाज के तौर पर कई बार मौका मिला। इस दौरान पेसर को लगातार नेट्स में गंभीर और गेंदबाजी कोच मोर्ने मर्केल के साथ बातचीत करते हुए देखा गया। जब एजबेस्टन टेस्ट के तीसरे दिन के खेल के अंत में प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पर पूछा गया, तो आकाशदीप ने कहा कि गंभीर अपना अनुभव साझा कर रहे थे और दावा किया कि भारतीय कोच ने उन्हें तभी से बहुत आत्मविश्वास दिया है जब से वह टीम में शामिल हुए हैं।
गौतम गंभीर की अहम भूमिका के बारे में आकाशदीप ने की बात
आकाशदीप ने कहा कि गंभीर की बातों से उन्हें जो आत्मविश्वास मिला, वह मैदान पर दिखाई दिया। उन्होंने बताया,
"वह अपना अनुभव साझा कर रहे थे, और एक कोच के रूप में, एक खिलाड़ी को जिस तरह के आत्मविश्वास की आवश्यकता होती है - उन्होंने मुझे तब से दिया है जब से मैं टीम में शामिल हुआ हूं। मैच के दौरान मेरे प्रदर्शन में यही आत्मविश्वास झलकता है। जब आपको पता होता है कि आपका कोच आपका इतना मजबूती से समर्थन कर रहा है और आपसे इस तरह से बात कर रहा है जिससे आपका विश्वास बढ़ता है, तो यह अपने आप ही आपको आंतरिक आत्मविश्वास देता है, जो फिर मैदान पर दिखाई देता है।"
आकाशदीप ने आगे बताया,
"वह हमेशा सकारात्मक बातें कहते हैं। वह मुझसे कहते हैं, 'हो सकता है कि तुमको पता भी न हो कि तुम्हारे पास किस तरह का हुनर है, तुम्हारे हाथों में कितनी प्रतिभा है।' एक क्रिकेटर के लिए इस तरह की प्रेरणा बहुत ज़रूरी है। ईमानदारी से कहूं तो, कई बार हम खुद को ठीक से पढ़ भी नहीं पाते। लेकिन जब कोई इतना अनुभवी व्यक्ति आपके बारे में ऐसा कुछ कहता है, तो आपका आत्मविश्वास स्वाभाविक रूप से बढ़ जाता है।"