भारतीय टीम (India Cricket team) के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता (Deep Dasgupta) ने कहा कि इंग्लैंड (England Cricket team) के खिलाफ पांचवें टेस्ट में भारत का दूसरी पारी में 55 रन के भीतर 6 विकेट गंवा देना मैच का टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ।
जो रूट और जॉनी बेयरस्टो के बीच 269 रन की अविजित साझेदारी की मदद से इंग्लैंड ने इतिहास रचा। इंग्लैंड ने अपने टेस्ट इतिहास में सबसे बड़े लक्ष्य का सफल पीछा किया और भारज को सात विकेट से मात दी।
पता हो कि भारत को पहली पारी के आधार पर 132 रन की बढ़त मिली थी, लेकिन दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया और पूरी टीम 245 रन पर ऑलआउट हो गई। इसी के साथ इंग्लैंड को 378 रन का लक्ष्य मिला, जिसे मेजबान टीम ने केवल तीन विकेट खोकर हासिल कर लिया।
दीप दासगुप्ता ने कहा, 'हम पहले तीन दिन हावी रहे और फिर चौथे दिन से हमने दूसरी पारी में अच्छी बल्लेबाजी नहीं की और इंग्लैंड की दूसरी पारी में अच्छी गेंदबाजी भी नहीं की। मेरे लिए टर्निंग प्वाइंट था भारत का दूसरी पारी में 55 रन के भीतर 6 विकेट गंवा देना। हम ध्यान से बल्लेबाजी करके ज्यादा रन बना सकते थे। कुल स्कोर में 100 रन का इजाफा होता और आखिरी पारी के लिए ओवर कम होते तो बचने की उम्मीद होती।'
उन्होंने आगे कहा, 'एलेक्स लीस ने जिस तरह आखिरी पारी में शुरुआत की, भारतीय गेंदबाज इससे उबर नहीं पाए। शुरुआती ओवरों में काफी रन लुटाए गए। फिर जॉनी बेयरस्टो और जो रूट ने जिस सोच के साथ खेला, उसकी जितनी तारीफ की जाए वो कम है। पिच पर विशेषकर पांचवें दिन उछाल नहीं था, जिसकी हमें उम्मीद थी।'
बता दें कि भारतीय टीम मंगलवार को इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में खेले गए पुननिर्धारित पांचवें टेस्ट में 378 रन के लक्ष्य का बचाव करने में नाकाम रही। यह टेस्ट इतिहास में पहला मौका है जब भारतीय टीम 350 से ज्यादा के स्कोर की रक्षा नहीं कर सकी। इंग्लैंड ने 5 मैचों की सीरीज 2-2 से बराबर की। भारतीय टीम 2007 के बाद से इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है।