Dukes Cricket Ball to Be Reviewed: इंग्लैंड और भारत के बीच हो रही 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में ड्यूक्स गेंद की क्वालिटी पर निरंतर चर्चा हो रही है। सीरीज में हुए तीन मैचों के दौरान दोनों टीमें गेंद के जल्दी नरम पड़ने की शिकायत कर चुकी हैं। लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान भारतीय कप्तान शुभमन गिल को गेंद की शेप को लेकर बहस करते हुए भी देखा गया था। इन शिकायतों के बाद आखिरकार ड्यूक्स गेंद को बनाने वाली कंपनी के निर्माता एक व्यापक समीक्षा करेंगे।ये समीक्षा इसलिए की जा रही है, क्योंकि कई शिकायतें मिली है कि ड्यूक्स गेंद शुरुआती 30 ओवरों के बाद अपनी शेप खोने लगती है, जिसके चलते इससे गेंदबाजी करना काफी मुश्किल हो जाता है। इसी वजह से इसे बार-बार बदलने की जरूरत पड़ती है और मैच रोकना पड़ता है।ड्यूक्स कंपनी को वापस भेजी जाएंगी सीरीज में यूज की गई गेंदेंइंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड यानी ECB ने योजना बनाई है कि सीरीज में यूज की गई गेंदों को एकत्र कर इस सप्ताह के अंत तक ब्रिटिश क्रिकेट बॉल्स लिमिटेड को वापस भेजा जाएगा, जो ड्यूक्स गेंदों का उत्पादन करती है।ड्यूक्स गेंद को बनाने वाली कंपनी के मालिक दिलीप जाजोदिया ने अपने बयान में बताया, 'हम उन्हें गेंदों वापस भेजेंगे और जांच करेंगे। फिर चमड़ा आपूर्ति करने वाले टैनर से बात करेंगे। गेंद के लिए इस्तेमाल होने वाले सभी कच्चे माल के बारे में भी चर्चा की जाएगी। गेंद बनाने के दौरान हम जो कुछ भी करते हैं, उसकी समीक्षा की जाएगी और अगर हमें लगेगा कि कुछ बदलाव करने की जरूरत है या किसी प्रक्रिया को और सख्त करने की जरूरत है, तो हम वह जरूर करेंगे।'ड्यूक्स गेंद का इस्तेमाल इंग्लैंड में काफी अरसे से टेस्ट क्रिकेट मैचों के दौरान होता आ रहा है। हाल के समय में काउंटी क्रिकेट और टेस्ट में इस गेंद को लेकर कुछ समस्याएं सामने आई हैं। बता दें कि भारत में एसजी गेंदों और ऑस्ट्रेलिया में कूकाबुरा गेंदों का उपयोग किया जाता है।स्टुअर्ट ब्रॉड ने गेंद की क्वालिटी पर कसा था तंजड्यूक्स गेंद को गुणवत्ता को लेकर इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड ने भी अपनी बात सामने रखी थी। उन्होंने तीसरे टेस्ट के दौरान एक यूज की गई गेंद से क्रिकेट खेलने के बजाय रग्बी गेंद खेलने की बात कही थी। वहीं उन्होंने कंपनी को गुणवत्ता में सुधार करने की सलाह भी दी थी।