इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने शुक्रवार को कहा कि विकेटकीपर बल्लेबाज सैम बिलिंग्स (Sam Billings) को एशेज सीरीज (Ashes Series) के आखिरी टेस्ट के लिए इंग्लैंड स्क्वाड (England Cricket team) में जोड़ा है। होबार्ट में ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) के खिलाफ पांचवें टेस्ट में जोस बटलर (Jos Buttler) और जॉनी बेयरस्टो (Jonny Bairstow) के कवर के रूप में बिलिंग्स को शामिल किया।
जोस बटलर को सिडनी में चल रहे चौथे टेस्ट के दूसरे दिन बाएं हाथ की उंगली में चोट लगी थी जबकि बेयरस्टो ने दर्द के साथ खेलते हुए शुक्रवार को शानदार शतक जमाया। पैट कमिंस की गेंद पर बेयरस्टो के अंगूठे पर लगी थी।
चोट के बारे में पूछने पर बेयरस्टो ने कहा, 'मुझे अब तक नहीं पता। मुझे कल कुछ ज्यादा जानकारी मिलेगी। मुझे आगे-पीछे की चीजों का नहीं पता। मगर हां मैं सुबह बल्लेबाजी करने के लिए आउंगा।'
सैम बिलिंग्स ने टेस्ट क्रिकेट में अब तक डेब्यू नहीं किया है। वो हाल ही में बिग बैश लीग में सिडनी थंडर के लिए खेलते हुए नजर आए थे।
ईसीबी ने अपने बयान में कहा, 'इंग्लैंड के वेस्टइंडीज दौरे के लिए बिलिंग्स को आज शाम यूके के लिए उड़ान भरनी थी। वो अब सिडनी में टीम से जुड़ेंगे। पीसीआर टेस्ट निगेटिव निकलने तक एकांतवास में रहेंगे। फिर टेस्ट टीम से जुड़ेंगे।'
इंग्लैंड की टीम मौजूदा एशेज सीरीज में 0-3 से पीछे है और सिडनी में भी वह बैकफुट पर नजर आ रही है। ऑस्ट्रेलिया ने चौथे टेस्ट में अपनी पहली पारी 416/8 के स्कोर पर घोषित की। इसके जवाब में इंग्लैंड ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक 258/7 का स्कोर बना लिया है। इंग्लैंड की टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से 158 रन पीछे है जबकि उसके तीन विकेट शेष है।
बेयरस्टो ने बचाई इंग्लैंड की लाज
पैट कमिंस की गेंद अंगूठे पर लगने के बाद दर्द से कराहते दिखे बेयरस्टो ने न सिर्फ वह दर्द झेला बल्कि दूसरे छोर से विकेटों का पतन देखकर भी विचलित नहीं हुए। उन्होंने 138 गेंद में 8 चौकों और तीन छक्कों की मदद से अपना शतक पूरा किया।
इससे पहले बेन स्टोक्स ने 91 गेंद में नौ चौकों और एक छक्के की मदद से 66 रन बनाये। उन्होंने बेयरस्टो के साथ 128 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड को संकट से निकाला। नाथन लियोन ने स्टोक्स को पगबाधा आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा। स्टोक्स को दो बार जीवनदान मिले जब पैट कमिंस अपनी ही गेंद पर उनका कैच लपकने से चूक गए और फिर पगबाधा के मैदानी अंपायर के फैसले पर रिव्यू लेकर वह कामयाब रहे।