English Cricketers likely to boycott The Hundred: विश्व क्रिकेट की सबसे फेवरेट टीमों में से एक इंग्लैंड क्रिकेट टीम इन दिनों न्यूजीलैंड के दौरे पर है। कीवी टूर पर इंग्लिश टीम कमाल का प्रदर्शन कर रही है। लेकिन इसी बीच इंग्लैंड क्रिकेट में एक बड़ा भूचाल आ सकता है।
जी हां....क्रिकेट का जन्मदाता देश इंग्लैंड में क्रिकेटर्स एक बड़े विरोध पर उतर सकते हैं। इसके पीछे अहम वजह इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के NOC यानी नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट से जुड़ा मामला है, जिसकी पॉलिसी में ईसीबी बदलाव करने जा रही है। ऐसे में इंग्लिश क्रिकेटर्स इस बदलाव से खुश नहीं हैं और वो ईसीबी के खिलाफ बगावत कर सकते हैं।
द हंड्रेड लीग का बायकाट कर सकते हैं इंग्लिश क्रिकेटर्स
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड इंग्लिश खिलाड़ियों को जारी करने वाला एनओसी के नियमों में बदलाव करने जा रही है। इस बात से अंग्रेज खिलाड़ी काफी नाराज बताए जा रहे हैं। क्योंकि उन्हें इस बदलाव से अलग-अलग देशों में होने वाली लीग क्रिकेट में खेलने के लिए दिक्कतें खड़ी हो सकती है। ऐसे में इंग्लैंड के करीब 50 से ज्यादा क्रिकेटर्स वहां की द हंड्रेड लीग का बायकाट करने का फैसला कर सकते हैं।
द टेलीग्राफ में छपी रिपोर्ट की माने तो ईसीबी ने कुछ दिन पहले ही वर्ल्ड क्रिकेट की उन तमाम लीग के लिए एनओसी जारी नहीं करने का नियम बनाया है, जिनकी तारीख इंग्लैंड के डोमेस्टिक टूर्नामेंट के शेड्यूल साथ टकराती हैं। वैसे इसमें उन खिलाड़ियों को छूट मिलेगी, जो काउंटी क्रिकेट में सिर्फ लिमिटेड ऑवर्स फॉर्मेट के कॉन्ट्रैक्ट पर खेलते हैं।
इस रिपोर्ट की माने तो ईसीबी के द्वारा एनओसी पॉलिसी जारी करने में आईपीएल का टूर्नामेंट शामिल नहीं है। जिससे इंग्लैंड के खिलाड़ियों को इसमें भाग लेने के लिए ईसीबी से आसानी से एनओसी हासिल हो जाएगा। लेकिन बाकी की टी20 लीग हो या टी10 लीग, जहां उन्हें शेड्यूल में टकराव की स्थिति में एनओसी हासिल करने में मुश्किल होगी। इन लीग की बात करें तो इसमें पाकिस्तान सुपर लीग से लेकर मेजर लीग क्रिकेट, कनाडा की ग्लोबल टी20 लीग भी शामिल है। इसके अलावा लंका प्रीमियर लीग और कैरेबियन प्रीमियर लीग भी हैं, जिसमें खेलने में इंग्लैंड के खिलाड़ियों को मुश्किलें हो सकती हैं।