ऑस्ट्रेलिया के पूर्व स्पिनर पीटर फिलपोट का 86 वर्ष की आयु में बीमारी से लंबी लड़ाई के बाद निधन हो गया। फिलपोट ने 1965 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के लिए पदार्पण किया। श्रृंखला में 18 विकेट लेने के बाद कलाई के स्पिनर ने 1965 में पहले एशेज टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू मैदान में पदार्पण करते हुए एक अर्धशतक लगाया।
अंतिम बार वह 1966 में टीम से बाहर होने से पहले खेले थे। अपने टेस्ट करियर में फिलपोट ने 8 टेस्ट मुकाबले खेले और कुल 26 विकेट हासिल किये। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा। उन्होंने कुल 76 प्रथम श्रेणी मुकाबले खेले और 245 विकेट अपने नाम किये।
वह 31 साल की उम्र में रिटायर हो गए और बाद में कोचिंग का जिम्मा संभाला। घरेलू क्रिकेट में न्यू साउथवेल्स, साउथ ऑस्ट्रेलिया के कोच रहने के बाद वह काउंटी क्रिकेट में यॉर्कशायर, सरे के कोच रहे। श्रीलंकाई टीम को भी उन्होंने कोचिंग दी थी। यह महीना ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट के लिए अच्छा नहीं रहा है। फिलपोर्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया ने पूर्व टेस्ट क्रिकेटरों एलन डेविडसन और एश्ले मैलेट को भी खो दिया था।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के हेड ने फिलपोर्ट के निधन के बाद संवेदना जताई और कहा कि पीटर फिलपोर्ट सिर्फ एक अद्भुत क्रिकेटर से ज्यादा नहीं थे, वह एक ऐसे व्यक्ति थे जिनके पास अपने क्राफ्ट के लिए और क्रिकेट के खेल के लिए एक दुर्लभ उत्साह था। शिक्षक और कोच के रूप में पीटर के पास दुनिया भर में अपने ज्ञान को साझा करने के लिए उदारता और ज्ञान था और अनगिनत क्रिकेटरों के करियर को आकार देने में उन्होंने खासी मदद की। उन्होंने यह भी कहा कि पीटर फिलपोर्ट, एलन डेविडसन अरु एश्ले मैलेट के निधन से क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए ये दिन दुःख भरे रहे हैं। हम उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।