Robin Uthappa on Gautam Gambhir and Greg Chappell comparison: भारत का रेड बॉल क्रिकेट में हालिया प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा है। टीम इंडिया लगातार दो सीरीज हार चुकी है, जिसमें से एक सीरीज उसने घर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ गंवाई थी, जबकि हालिया सीरीज ऑस्ट्रेलिया में शिकस्त का सामना करना पड़ा। लगातार खराब प्रदर्शन के बीच भारतीय खिलाड़ियों के साथ-साथ हेड कोच गौतम गंभीर पर भी सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि उनसे काफी ज्यादा उम्मीदें थी लेकिन अभी तक गौती का जादू नहीं चला है। गंभीर का खिलाड़ियों के साथ तालमेल भी खराब बताया जा रहा है। इस बीच टीम इंडिया के पूर्व ओपनर और आईपीएल में गौतम गंभीर के साथ खेल चुके रॉबिन उथप्पा ने उनका समर्थन किया है।
गौतम गंभीर ने पिछले साल जुलाई में भारत का कार्यकाल संभाला था और उन्होंने राहुल द्रविड़ को रिप्लेस किया था, जिन्होंने टी20 वर्ल्ड कप की खिताबी जीत के बाद खुद ही पद छोड़ दिया था। गंभीर ने श्रीलंका में टी20 सीरीज 3-0 से जीत के साथ अपने कार्यकाल की शुरुआत की लेकिन इसके बाद की कहानी खास नहीं रही। उनकी कोचिंग में भारत ने श्रीलंका में 0-2 से वनडे सीरीज गंवाई। इसके बाद, बांग्लादेश को टेस्ट और टी20 सीरीज में हराया लेकिन फिर न्यूजीलैंड ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-3 से क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा। इसके बाद, ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली गई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में भी निराशा था लगी और मेहमान टीम को 1-3 से हार का मुंह देखना पड़ा।
ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान ही खबर आई कि गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा के बीच बातचीत बंद है। कुछ ऐसा ही हाल ग्रेग चैपल के कार्यकाल में हुआ था, जब उनका कुछ सीनियर भारतीय खिलाड़ियों से तालमेल नहीं बैठ पाया था और विवाद हो गया था।
रॉबिन उथप्पा ने किया गौतम गंभीर का समर्थन
यूट्यूब चैनल 'लल्लनटॉप' पर गौतम गंभीर और ग्रेग चैपल की तुलना के बारे में बात करते हुए, उथप्पा ने कहा:
"मैं आपसे असहमत हूं कि उनकी शैली ग्रेग चैपल से मिलती-जुलती है। मैं इससे बिल्कुल सहमत नहीं हूं। मैं गौती से अधिक सीधे-सादे व्यक्ति से नहीं मिला। वह बहुत सीधा है। हो सकता है कि आपको वह पसंद न आए जो वह कहता है, लेकिन वह आपको आपके चेहरे पर बताएगा, आप इसके बारे में सुनिश्चित हो सकते हैं और मुझे ऐसे लोग पसंद हैं। मेरे हिसाब से इन लोगों की जिंदगी अच्छी है। वे जो भी सोचते हैं, आपको बता देंगे। ये चीज किसी की पीठ के पीछे एक अलग व्यक्ति होने से बेहतर है। मैं भी यही चीज पसंद करता हूं और गौती इस मामले में एकदम सच बोलने वाले हैं।"