Gambhir didn't brought Sunil Narine in KKR claims Manoj Tiwary: भारतीय क्रिकेट टीम और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के पूर्व बल्लेबाज मनोज तिवारी फिलहाल काफी चर्चा में हैं। मनोज ने भारतीय टीम के हेडकोच गौतम गंभीर को लेकर कुछ बयान दिया था जिसको लेकर उनकी आलोचना हुई। कई वर्तमान क्रिकेटर्स ने गंभीर का पक्ष लेते हुए मनोज पर निशाना भी साधा। हालांकि, अब भी मनोज रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। मनोज ने एक दूसरे इंटरव्यू के दौरान गंभीर पर फिर से निशाना साधा और उसके साथ ही यह भी दावा किया कि KKR की टीम में सुनील नारेन को लाने में गंभीर से अधिक उनकी भूमिका थी।
गंभीर को कई बार यह दावा करते हुए देखा और सुना गया है कि उन्होंने नारेन को खरीदने के लिए KKR मैनेजमेंट को एकदम साफ बोल दिया था।
न्यूज 24 से बात करते हुए मनोज ने कहा, "मेरा इंटरनेशनल करियर सात साल का रहा जिसमें मैं लगातार नहीं खेल सका। हालांकि, जब भी मैं टीम में था तो बाहर से भी चीजों को देखता रहता था। कटक में भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए मैच में नारेन की गेंद पर रोहित शर्मा क्लीन बोल्ड हुए थे। उस समय मुझे समझ में आया कि अगर रोहित इस गेंदबाज को नहीं खेल पा रहे हैं तो जरूर इसमें कोई बात होगी। इसके बाद मैंने ही गौतम को नारेन को अपनी टीम में लाने का सुझाव दिया था।"
इसके अलावा मनोज ने गौतम को उसे बात पर भी घेरा है जो उन्होंने भारतीय टीम के सपोर्ट स्टॉफ को चुनने के लिए किया था। भारत का हेडकोच बनने के पहले गंभीर विदेशी कोचों और सपोर्ट स्टॉफ का विरोध करते थे। उनका मानना था कि वो केवल भारत आकर पैसे बनाते हैं। हालांकि अब गंभीर के साथ खुद दो विदेशी सपोर्ट स्टॉफ काम कर रहे हैं।
मनोज ने इस पर कहा, "गंभीर बहुत बड़े दोगले इंसान हैं। जब भारत का सपोर्ट स्टॉफ चुनना हुआ तो क्यों मोर्कल और डेशकाटे को लेकर आए? मोर्कल उनके साथ लखनऊ में थे तो उन्हें ले आए। डेशकाटे जब मैं KKR के लिए खेल रहा था तब से टीम के साथ ही हैं। क्यों गंभीर ने भारतीय कोचों का नाम आगे नहीं किया?"