Gautam Gambhir Team India Head Coach: भारतीय टीम को राहुल द्रविड़ का विकल्प मिल चुका है और उनके स्थान पर गौतम गंभीर को भारतीय टीम का नया हेड कोच नियुक्त किया गया है। गंभीर की नियुक्ति का ऐलान बीसीसीआई सचिव जय शाह ने मंगलवार, 9 जुलाई को किया। टी20 वर्ल्ड कप विनर टीम इंडिया को आगे कामयाबी दिलाने लिए गंभीर पर भरोसा जताया गया है, जिन्होंने अपने करियर में खिलाड़ी के तौर पर 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप को जिताने में अहम योगदान दिया था। अब उनके सामने कोच के रूप में भी कई चुनौतियां आने वाली हैं और उनका कार्यकाल आसान नहीं रहने वाला है।
गौतम गंभीर ने टीम इंडिया का कोच बनने पर आभार व्यक्त किया और कहा, "भारत मेरी पहचान है और अपने देश की सेवा करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सौभाग्य रहा है, मैं वापस आने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं अलग भूमिका में आ रहा लेकिन मेरा लक्ष्य वही है जो हमेशा से रहा है, हर भारतीय को गौरवान्वित करना। नीली जर्सी में खिलाड़ी 1.4 अरब भारतीयों के सपनों का भार उठाते हैं और मैं इन सपनों को सच करने के लिए सब कुछ करूंगा!"
कब तक गौतम गंभीर संभालेंगे हेड कोच के पद की जिम्मेदारी
इस पूर्व भारतीय ओपनर को बीसीसीआई ने लगभग साढ़े तीन साल के कार्यकाल की जिम्मेदारी दी है और उनका कार्यकाल 2027 दिसंबर तक रहेगा। गंभीर अपने कार्यकाल की शुरुआत श्रीलंका दौरे से करेंगे, जो 27 जुलाई से शुरु होगा। इस दौरे पर टीम इंडिया को 3 वनडे और फिर 3 ही टी20 इंटरनेशनल मुकाबले खेलने हैं।
गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया के सामने इन ICC टूर्नामेंट को जीतने की रहेगी चुनौती
भारतीय टीम के लिए पिछले कुछ साल में सबसे बड़ी चुनौती आईसीसी ट्रॉफी जीतने की रही, जो लगभग 11 साल बाद 2024 में टी20 वर्ल्ड कप के माध्यम से पूरी हुई। अब इस कामयाबी को आगे ले जाने की जिम्मेदारी गौतम गंभीर के कन्धों पर होगी, जिनके कार्यकाल में टीम इंडिया को कई महत्वपूर्ण आईसीसी टूर्नामेंट खेलने हैं।
गंभीर के लिए सबसे पहली चुनौती 2025 चैंपियंस ट्रॉफी होगी। इसके बाद अगले ही साल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल भी होना है, जिसे भारत अभी तक नहीं जीत पाया है। वहीं, 2026 में गंभीर के सामने भारत और श्रीलंका में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप में खिताब बचाने की जिम्मेदारी होगी। 2027 में वनडे वर्ल्ड कप खेला जाना है और फिर से अगले संस्करण का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल भी होना है। ऐसे में गंभीर के लिए राह आसान नहीं होने वाली है।