Gautam Gambhir wanted Cheteshwar Pujara in BGT: ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम पर अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव ज्यादा था, क्योंकि उसे अपने घर पर न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 0-3 से करारी हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने दौरे की शुरुआत पर्थ में पहले टेस्ट को जीतकर जबरदस्त तरीके से की थी लेकिन इसके बाद चीजें योजना के मुताबिक नहीं गईं और टीम इंडिया सीरीज में चार मैचों के बाद 1-2 से पीछे चल रही है। अब सीरीज का पांचवां और आखिरी मैच 3 जनवरी से सिडनी में खेला जाना है। इस मैच से पहले एक रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है, जो चेतेश्वर पुजारा के चयन से जुड़ा हुआ है। बताया जा रहा है कि पुजारा को गंभीर ऑस्ट्रेलिया टूर के लिए स्क्वाड में चाहते थे लेकिन उनके सुझाव को चयन समिति ने ठुकरा दिया।
चेतेश्वर पुजारा सालों तक भारतीय टीम के अहम सदस्य के रूप में रहे लेकिन पिछले कुछ समय से वह बाहर चल रहे हैं। भारत के लिए 103 टेस्ट खेल चुके इस बल्लेबाज ने अपना आखिरी मैच ओवल में डब्ल्यूटीसी फाइनल के रूप में खेला था, जिसमें उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था और इसके बाद उन्हें ड्रॉप कर दिया गया था। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया में पुजारा का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है और उन्होंने घर के बाहर भारत की पिछली दो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज जीत में बहुत ही अहम भूमिका निभाई थी। इसी वजह से कई दिग्गजों और सोशल मीडिया पर फैंस का मानना था कि पुजारा को ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना जाना चाहिए लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें नहीं शामिल किया। वहीं अब पता चला है कि गौतम गंभीर भी इस दिग्गज बल्लेबाज को स्क्वाड में चाहते थे लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई।
चेतेश्वर पुजारा को BGT के स्क्वाड में चाहते थे गौतम गंभीर
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चेतेश्वर पुजारा को गौतम गंभीर शुरुआत से ही ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय स्क्वाड में चाहते थे और इस चीज की मांग उन्होंने पर्थ में जीत के बाद भी की लेकिन चयनकर्ताओं ने उनकी बात को तवज्जो नहीं दी। मौजूदा सीरीज में भारतीय बल्लेबाज जिस तरह क्रीज पर टिकने में सफल नहीं हो पा रहे हैं, फैंस को पुजारा की कमी और भी खल रही है, क्योंकि वह एक छोर पर खड़े रहकर अन्य बल्लेबाजों से दबाव कम करते थे और खुद भी रन बनाते थे।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में चेतेश्वर पुजारा ने 11 टेस्ट मैचों की 21 पारियों में 47.28 की औसत से 993 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 2657 गेंदों का सामना किया। वहीं उनके बल्ले से तीन शतक और पांच अर्धशतकीय पारियां भी आईं।