ऑस्ट्रेलियाई टीम (Australia Cricket team) ने पिछले सप्ताह टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup) के सुपर-12 राउंड के अपने आखिरी मुकाबले में तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क (Mitchell Starc) को बाहर बैठा दिया था। आरोन फिंच (Aaron Finch) के नेतृत्व वाली ऑस्ट्रेलिया ने अफगानिस्तान (Afghanistan Cricket team) के खिलाफ अहम मुकाबले में मिचेल स्टार्क को बाहर करके केन रिचर्डसन (Kane Richardson) को शामिल किया था।
ऑस्ट्रेलियाई टीम को सेमीफाइनल में क्वालीफाई करने के लिए अफगानिस्तान पर विशाल जीत की जरूरत थी, लेकिन वो केवल 4 रन से जीत सकी थी।
ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख चयनकर्ता जॉर्ज बेली ने मिचेल स्टार्क को बाहर करने के फैसले का बचाव किया है। बेली ने कहा कि स्टार्क के आखिरी ओवरों में गेंदबाजी के आंकड़े उम्मीद के मुताबिक अच्छे नहीं थे और इसी बात को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया था।
जॉर्ज बेली के हवाले से क्रिकबज ने कहा, 'यह थोड़ा बहुत उनकी अंतिम ओवर की गेंदबाजी के बारे में है। इस बात के मद्देनजर हम कैमरन ग्रीन को लेकर आए, जिन्होंने बीच के ओवरों में अच्छा काम किया और मेरे ख्याल से अन्य रात में उन्होंने आक्रमण में जल्दबाजी की थी।'
उन्होंने आगे कहा, 'हमने पैट कमिंस और जोश हेजलवुड का पावरप्ले में निरंतर उपयोग किया और इसका मतलब था कि हम इनका शुरूआत में उपयोग करके बीच के ओवरों की जिम्मेदारी एडम जंपा पर डालते। यह सामरिक फैसला था। यह मैच को देखते हुए फैसला लिया गया था।'
बेली ने कहा, 'साफ बात है कि अगर कोई प्लेइंग 11 में नहीं है तो इसका मतलब यह नहीं कि हम सोचे कि वो अच्छा खिलाड़ी नहीं हैं। यह इस बात को नहीं मिटा पाएगा कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए पहले कुछ किया ही नहीं। दुर्भाग्यवश आप 11 खिलाड़ी ही चुन सकते हो।'
ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने खिताब की रक्षा नहीं कर सकी और सुपर-12 राउंड में उसका सफर समाप्त हो गया। कंगारू टीम ग्रुप-1 की अंक तालिका में तीसरे स्थान पर रही।