बेंगलुरु टेस्ट के तीसरे भारतीय कप्तान विराट कोहली को दिए गए आउट को लेकर ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज जोश हेजलवुड ने प्रतिक्रिया दी है। हेजलवुड ने माना कि यह एक सही निर्णय था। बता दें कि मैदानी अम्पायर नाइजल लॉन्ग द्वारा आउट देने के तुरन्त बाद कोहली ने रिव्यू लिया था। उन्हें पूरा विश्वास था कि गेंद पैड से पहले बल्ले से लगी है। दो इम्पैक्ट साफ़ होने और बल्ले पर गेंद पहले लगने का सबूत नहीं होने की वजह से टीवी अम्पायर रिचर्ड केटलब्रो ने मैदानी अम्पायर का निर्णय ही बरक़रार रखा और कोहली को वापस पवेलियन जाना पड़ा। तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद हेजलवुड ने कहा "शुरुआत में मुझे सिर्फ लकड़ी जैसी आवाज सुनाई दी, इसलिए मैंने अपील से खुद को अलग कर लिया। लेकिन विकेट के पीछे और आस-पास के साथी काफी विश्वास में थे और उन्हें आउट दिया गया।" आगे इस तेज गेंदबाज ने कहा "रिव्यू में देखने पर आप देख सकते हैं कि गेंद पहले पैड से जाकर टकरा रही थी। इसलिए मैदानी अम्पायर के फैसले के साथ जाना होता है।" हेजलवुड के अनुसार "कोहली को भरोसा था कि गेंद बल्ले पर लगी है लेकिन रिव्यू से सब पता चल जाता है। यह काफी मुश्किल निर्णय था लेकिन मैदानी अम्पायर के फैसले के साथ जाना ही होता है।" इस सम्बन्ध में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने भी एक ट्वीट कर यह लिखा कि केटलब्रो के अनुसार यह आउट था लेकिन आपको क्या लगता है?
उल्लेखनीय है कि तीसरे दिन चाय से पहले हेजलवुड की एक गेंद पर विराट कोहली को पगबाधा आउट करार दिया गया था, इसमें रिव्यू लेने के बाद भी यह स्पष्ट नहीं हुआ कि गेंद बल्ले या पैड, दोनों में से पहले कहाँ लगी है। साफ़ पता नहीं चलने के बाद तीसरे अम्पायर ने मैदानी अम्पायर का फैसला बरक़रार रखते हुए कोहली को आउट माना।