Champions Trophy controversy: चैंपियंस ट्रॉफी के विवाद पर आखिरी फैसला लेने के लिए गुरुवार को दुबई में एक अहम बैठक होनी थी, जो कि स्थगित कर दी गई। अब ये मीटिंग 7 दिसंबर को होगी। इसी बीच एक नया अपडेट सामने आया है कि जिस भारतीय टीम पाकिस्तान का दौरा नहीं करेगी। उसी तरह पाकिस्तानी टीम भी 2027 तक कोई भी टूर्नामेंट खेलने के लिए भारत के दौरे पर नहीं आएगी। खबरों की मानें तो 7 दिसंबर को इस फैसले की आधिकारिक घोषणा हो सकती है। चाहे एशिया कप हो या फिर आईसीसी टूर्नामेंट भारत और पाकिस्तान 2027 तक कोई भी इवेंट खेलने के लिए एक-दूसरे के देश का दौरा नहीं करेंगे।
चैंपियंस ट्रॉफी विवाद पर आया नया मोड़
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट की मानें, तो आईसीसी द्वारा चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल को पास करना तय है। इसे 2027 तक लागू करने की घोषणा की जा सकती है। इसकी मुख्य वजह ये है कि मीडिया राइट्स तीन साल तक जारी रहने वाले हैं। इस दौरान गौर करने वाली बात ये भी है कि भारत 2025 में महिला वर्ल्ड कप के साथ एशिया कप (मेंस) की मेजबानी भी करने वाला है। इसके साथ 2026 में होने वाला टी20 वर्ल्ड कप (मेंस) भी भारत और श्रीलंका की मेजबानी में खेला जाना है। इन सभी टूर्नामेंट्स में पाकिस्तान की टीम अपने मैच भारत की बजाय न्यूट्रल वेन्यू पर खेलेगी।
गौरतलब हो कि गुरुवार को आईसीसी के नए चेयरमैन जय शाह ने दुबई में स्थित आईसीसी मुख्यालय का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने स्टाफ मेंबर्स, बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स सहित अन्य लोगों से मुलकात की। उन्होंने आईसीसी की टीम के लोगों से मिलने पर खुशी जताई और भविष्य की अपनी योजनाओं के बारे में भी बताया।
शाह ने 1 दिसंबर को आईसीसी के चेयरमैन की कुर्सी संभाली है। इससे पहले वह पांच सालों तक बीसीसीसाई के सचिव के तौर पर काम करते रहे। चैंपियंस ट्रॉफी से जुड़े मुद्दों की अध्यक्षता शाह ही करने वाले हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी के कार्यक्रम की घोषणा अभी तक नहीं हुई है। पीसीबी और बीसीसीआई के बीच चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर चल रहे विवाद के सुलझने के बाद आईसीसी जल्द ही चैंपियंस ट्रॉफी के शेड्यूल का ऐलान कर सकती है।