ICC may approve replacements for external injuries in Test Cricket: मैनचेस्टर टेस्ट के पहले ही दिन भारतीय विकेट कीपर ऋषभ पंत को चोट लग गई। चोट गंभीर थी, पंत को तुरंत ही मैदान से बाहर ले जाना पड़ा। इसके बाद से ही क्रिकेट में चोटिल प्लेयर्स के लाइक टू लाइक रिप्लेसमेंट की बहस तेज हो गई है। लोगों का मानना है कि प्लेयर्स को लगने वाली बाहरी चोटों के लिए टीम को रिप्लेसमेंट प्लेयर मिलना चाहिए। अब रिपोर्ट्स हैं कि ICC शायद इन सुझावों को मान भी ले।ऋषभ पंत ने टेस्ट के दूसरे दिन चोट के साथ ही बैटिंग की। लोगों ने इसकी खूब तारीफ़ की, लेकिन सच्चाई ये थी कि टीम इंडिया को ये रिस्क लेने पर मजबूर होना पड़ा। मौजूदा नियमों के तहत ICC सब्स्टीट्यूट प्लेयर्स को बैटिंग या बॉलिंग करने की इजाजत नहीं देती।साल के अंत तक बदल सकता है नियमएक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जल्दी ही ये नियम बदल सकता है। साल के अंत तक ICC चोटिल प्लेयर की जगह लाइक टू लाइक दूसरे प्लेयर को एंट्री देने का नियम ला सकती है। यानी जिस तरह का खिलाड़ी चोटिल होगा, उसी तरह के खिलाड़ी को रिप्लेसमेंट के रूप में मौका मिल सकता है। एक सोर्स ने इस बारे में TOI से कहा,"इस बात की संभावना है कि टीमों को गंभीर बाहरी चोटों के लिए रिप्लेसमेंट प्लेयर लाने की परमिशन मिल जाए। ये मामला पहले से ही विचाराधीन है। इस मामले में अगली ICC क्रिकेट कमिटी मीटिंग में कोई फैसला हो सकता है।"" इससे पहले जून में ICC ने अनाउंस किया था कि ‘रिप्लेसमेंट प्लेयर’ कंडिशन का ट्रायल किया जाएगा। इस बयान में ICC ने कहा था,"मैच शुरू होने के बाद किसी भी वक्त, अगर किसी प्लेयर को मैदान पर चोट लगती है (इसमें प्री मैच वॉर्म अप भी शामिल है), तो बचे हुए मैच के लिए उसी के जैसा प्लेयर मैदान में चोटिल प्लेयर की जगह ले सकता है।"बता दें कि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन इस मामले पर खूब मुखर हैं। वह लगातार ऐसे रिप्लेसमेंट प्लेयर की वकालत कर रहे हैं। वॉन ने दो महीने पहले ही बीबीसी स्पोर्ट से बातचीत में कहा था,"टेस्ट की पहली पारी में चोटिल प्लेयर के रिप्लेसमेंट की अनुमति होनी चाहिए। अगर पहली पारी में कोई जेनुइन चोट लगती है तो ये गेम और एंटरटेनमेंट पर असर डालता है, फैंस इसी के तो पैसे देते हैं। पहली पारी इस मामले में अच्छा कटऑफ हो सकता है।"