ICC Meeting for Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी के विवाद को सुलझाने के लिए आज (गुरुवार) को आईसीसी की अहम बैठक होगी। मीटिंग में चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल का स्वीकार किया जाना तय है। बोर्ड के ज्यादातर सदस्य इस फॉर्मूले के जरिए इस टूर्नामेंट का आयोजन करवाने के पक्ष में हैं। दुबई में यह मीटिंग भारतीय समयानुसार शाम 5 बजे से शुरू होगी, जिसकी अध्यक्षता आईसीसी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जय शाह करेंगे।
चैंपियंस ट्रॉफी विवाद पर लिया जा सकता है अंतिम फैसला
पीसीबी जो इस फॉर्मूले का पहले विरोध कर रहा था, अब हाइब्रिड मॉडल के लिए सहमत हो गया है। माना जा रहा है कि न्यूट्रल वेन्यू के तौर पर दुबई को चुना जाएगा, जहां भारत के सभी तीन लीग मैच और दो नॉकआउट मैच के अलावा एक सेमीफाइनल और फाइनल सहित 15 में से पांच मैच मुकाबले खेले जाएंगे। बैठक के बाद इसकी औपचारिक घोषणा की जा सकती है।
पीसीबी ने हाइब्रिड मॉडल को अपनाने के लिए आईसीसी के सामने कुछ मांगे रखी हैं, लेकिन आईसीसी दूर उन्हें स्वीकार किया जाना मुश्किल लग रहा है। पीसीबी चाहता है कि जब बीसीसीआई आईसीसी के टूर्नामेंट की मेजबानी करेगा, तब भी हाइब्रिड मॉडल का अपनाया जाए। अब ये देखने वाली बात होगी कि क्या आईसीसी इस मांग को मानता है या नहीं।
इसके साथ पीसीबी ने उन पांच मैचों के रेवेन्यू की भी मांग की है, जो दुबई में खेले जाएंगे। इस मांग का विरोध आईसीसी के किसी भी सदस्य ने नहीं किया है। पीसीबी ने किसी न्यूट्रल वेन्यू पर भारत के साथ त्रिकोणीय सीरीज खेलने की भी बात की है, लेकिन इस पर किसी ने भी सहमति नहीं जताई है। बीसीसीआई के साथ-साथ आईसीसी भी इस विचार के खिलाफ है। इसलिए इस मांग को खारिज किया जाना तय है।
पीसीबी की एक और मांग यह थी कि भारत और पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी में एक ही ग्रुप में न रखा जाए ताकि पाकिस्तान अपने सभी लीग मैच घर पर खेल सके। लेकिन आईसीसी को यह स्वीकार्य नहीं था। भारत-पाकिस्तान का मैच विश्व क्रिकेट में सबसे बड़ी कमाई का जरिया है और माना जाता है कि प्रसारणकर्ता भी इस विचार के खिलाफ हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच लीग स्टेज में ब्लॉकबस्टर मैच 1 मैच को दुबई में खेला जा सकता है।