ICC ODI knockout India wins against Australia: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का पहला सेमीफाइनल मंगलवार को दुबई में खेला जाना है। आईसीसी टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया का इतिहास काफी शानदार रहा है और उन्हें हराना हर टीम के लिए बहुत बड़ी चुनौती रही है। 2023 में खेले गए वनडे विश्व कप के फाइनल में भारत को अपने ही घर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार झेलनी पड़ी थी। 2015 में खेले गए वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में भी ऑस्ट्रेलिया ने भारत को हराया था। आईसीसी के वनडे टूर्नामेंट में नॉकआउट मैचों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत का प्रदर्शन बहुत अच्छा नहीं रहा है। हालांकि, इसके बावजूद भारतीय टीम ने आईसीसी वनडे टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों में ऑस्ट्रेलिया को हराने में सफलता जरुर हासिल की है। एक नजर डालते हैं उन तीन मैचों पर।#3 चैंपियंस ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल 19981998 में खेले गए पहले चैंपियंस ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल में भारत में ऑस्ट्रेलिया को 44 रन से हराया था। इस मैच में सचिन तेंदुलकर प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे जिन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन किया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 128 गेंद में 141 रनों की सचिन की पारी के दम पर 307 रन बनाए थे। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया की टीम अच्छी शुरुआत के बावजूद 263 के स्कोर पर ही ऑल आउट हो गई थी। सचिन ने गेंदबाजी करते हुए 38 रन खर्च करके चार विकेट चटकाए थे।#2 चैंपियंस ट्रॉफी क्वार्टर फाइनल 20002000 में चैंपियंस ट्रॉफी में एक बार फिर क्वार्टर फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराया और इस बार युवराज सिंह प्लेयर ऑफ द मैच बने। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 265 रन बनाए थे जिसमें युवराज ने 80 गेंद में 84 रनों का योगदान दिया था। लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया की टीम 20 रन दूर रह गई थी। भारत के लिए जहीर खान, अजीत अगरकर और वेंकटेश प्रसाद ने दो-दो विकेट हासिल किए थे।#1 वनडे विश्व कप क्वार्टर फाइनल 20112011 वनडे विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में एक बार फिर युवराज ऑस्ट्रेलिया का काल बने और भारत ने कंगारूओं को करारी हार थमाई। लगातार दो वनडे विश्व कप जीतने के बाद ऑस्ट्रेलिया की निगाहें वर्ल्ड कप खिताब के हैट्रिक पर थीं लेकिन क्वार्टर फाइनल में ही भारत में उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था।पहले बल्लेबाजी करते हुए रिकी पोंटिंग के शतक के बावजूद ऑस्ट्रेलिया की टीम केवल 260 रन बना सकी थी। युवराज ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दो विकेट चटकाए थे। स्कोर का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने अच्छी बल्लेबाजी की थी और कहीं भी मुश्किल में नहीं दिखाई दिए थे। नाबाद 57 रनों की पारी खेलते हुए युवराज ने भारत को जीत की दहलीज पार कराई थी।