Team India Test Record At Lords: भारत की युवा टीम ने शुभमन गिल की कप्तानी में अभी तक इंग्लैंड के मौजूदा दौरे पर काफी प्रभावित किया है। लीड्स में टीम हारी जरूर थी मगर 5 शतक भारतीय बल्लेबाजों ने लगाए थे। इससे पहले इंग्लैंड में कभी टीम इंडिया ऐसा नहीं कर पाई थी। उसके बाद एजबेस्टन में जो हुआ वो किसी से छिपा नहीं है। टीम ने इतिहास रचते हुए 58 साल के इंतजार के बाद बर्मिंघम में पहली टेस्ट जीत दर्ज की। शुभमन गिल का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया। उसके बाद निश्चित ही भारतीय टीम और उसके खिलाड़ियों के हौसले काफी बुलंद होंगे। होने भी चाहिए जिस तरह का परफॉर्मेंस बिना जसप्रीत बुमराह के भारत ने किया।
वहीं अगला मुकाबला लॉर्ड्स में है जहां पिछले तीन में से दो टेस्ट भारत जीत भी चुका है। यह भी भारतीय टीम के कॉन्फिडेंस का प्रमुख कारण हो सकता है। फिर जसप्रीत बुमराह का वापस आना भी अब तय माना जा रहा है। मगर इन सबके बीच हम ऐसे आंकड़े बताएंगे जिसे जान आप भी कहेंगे कि टीम इंडिया को सावधान रहना होगा।
क्यों भारत को रहना होगा सावधान?
दरअसल कॉन्फिडेंस और ओवरकॉन्फिडेंस के बीच बहुत जरा सा अंतर होता है। टीम इंडिया को बिल्कुल कॉन्फिडेंट रहना होगा लेकिन अगर ओवरकॉन्फिडेंस नजर आया तो भारत सीरीज में 1-2 से पिछड़ भी सकता है। ऐसा हम किसी माइथोलॉजिकल आधार पर नहीं कहे रहे हैं बल्कि ऐसा क्रिकेट के मक्का यानी लॉर्ड्स में टीम इंडिया के टेस्ट आंकड़े कहे रहे हैं। पिछले तीन में से दो मैच भारत यहां जरूर जीता है। मगर 19 टेस्ट मैच खेलने के बाद भी उसका विनिंग पर्सेंट इस ग्राउंड पर सिर्फ 15.7 का ही है।
जी हां भारत ने ओवरऑल लॉर्ड्स में 19 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें से सिर्फ 3 में ही हुई जीत मिली है और 12 में हार का सामना करना पड़ा है। चार टेस्ट मैच यहां भारत और इंग्लैंड के बीच ड्रॉ भी हुए हैं। साल 2014 से पहले यहां भारत 82 साल में सिर्फ एक मैच ही 15 में से जीत पाया था। इसका मतलब साफ है कि पिछली दो जीत पिछले तकरीबन एक दशक में आई हैं। ऐसे में अंग्रेजों को हल्के में नहीं लिया जा सकता।
इंग्लैंड की टीम नहीं बैठेगी शांत...
आपको बता दें कि एजबेस्टन में शर्मनाक हार झेलने के बाद बिल्कुल भी मेजबान इंग्लैंड की टीम शांत नहीं बैठेगी। ड्रेसिंग रूम में भले ही उनके खिलाड़ी कार्स का कैच छूटने पर खिलखिला रहे थे। मगर अंदर से इस हार ने उन्हें हिला दिया होगा। ऐसे में पिच भी लॉर्ड्स में तेज और उछाल भरी हो सकती है। जिसका जिक्र पहले ही इंग्लैंड के खेमे से सामने आ चुका है। जोफ्रा आर्चर का भी वापस आना तय माना जा रहा है।
वहीं गस एटकिंसन भी इस मुकाबले के लिए टीम में शामिल हो सकते हैं। बेन स्टोक्स की कप्तानी और ब्रेंडन मैकुल्लम के दिमाग पर शक नहीं किया जा सकता है। पिछले 3,4 सालों में इस जोड़ी ने क्या किया है वो जगजाहिर है। ऐसे में भारत को ओवरकॉन्फिडेंट हुए बिना अंग्रेजों को आड़े हाथों लेना होगा। चाहें अंतिम 11 का चुनाव हो या टीम कॉम्बिनेशन हर पहलू पर गंभीर और गिल के लिए परीक्षा आसान नहीं होगी।