भारतीय टीम (India Cricket team) को शनिवार को इंग्लैंड (England Cricket team) के हाथों तीसरे टेस्ट में एक पारी और 76 रन की शिकस्त झेलनी पड़ी। 354 रन की बढ़त के बोझ को उतारने में जुटी भारतीय टीम की दूसरी पारी 278 रन पर सिमट गई। इस तरह मेजबान टीम ने मैच जीतकर पांच मैचों की सीरीज (IND vs ENG) 1-1 से बराबर कर ली। अब दोनों टीमों के बीच सीरीज का चौथा टेस्ट 2 सितंबर से खेला जाएगा।
भारतीय टीम के बारे में पहले ही कई लोगों ने कयास लगाया था कि इस स्थिति से उसका मैच जीतना बहुत मुश्किल है। मगर तीसरे दिन टीम ने जिस तरह का खेल दिखाया, उससे उम्मीद जागी थी कि कुछ अलग हो सकता है। हालांकि, जीत की उम्मीद तब भी नहीं की जा रही थी। फिर शनिवार को कोहली सेना के 7 जाबांज केवल 54 मिनट में पवेलियन लौट गए और यह देखकर महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर नाखुश हुए।
गावस्कर ने कहा, 'हमने लॉर्ड्स में कुछ मजेदार एक्शन देखा। फिर हेडिंग्ले में जब शीर्ष तीन आउट हुए तो स्पष्ट था कि भारतीय टीम के बल्लेबाज ज्यादा समय क्रीज पर नहीं टिक पाएंगे। मगर हां, 54 मिनट में सात विकेट का गिरना कल्पना से परे है। इसे पचा पाना मुश्किल है।'
कोहली ने बताया कहां फिसला हाथ से मैच
विराट कोहली ने मैच के बाद कहा, 'स्कोरबोर्ड का दबाव था। हम जब 80 से पहले आउट हुए तो मैच हमारे खिलाफ चला गया था। विपक्षी टीम ने भी बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया। हमने कुछ अच्छी साझेदारियां कर कल पूरे दिन खेला लेकिन आज इंग्लिश गेंदबाजों ने बेहतरीन काम किया और हम अपनी प्रतिक्रिया भी नहीं दे पाए। इस देश में बल्लेबाजी बिखर सकती है लेकिन पिच अच्छी थी।'
उन्होंने आगे कहा, 'गेंद के साथ इंग्लैंड के अनुशासन ने हमें कुछ गलतियां करने पर मजबूर किया। बल्लेबाजी के लिए हम कुछ अच्छे निर्णय ले सकते थे। पिच बल्लेबाजी करने के लिए अच्छी लग रही थी और जब इंग्लैंड ने बल्लेबाजी की तो वह ज्यादा नहीं बदली थी, इसलिए उन्होंने बल्ले से बहुत अधिक इरादा दिखाया और बेहतर निर्णय भी लिये। ईमानदारी से कहूँ, तो वे जीतने के योग्य थे।'