दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन टेस्ट (IND vs SA) के तीसरे दिन ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की शतकीय पारी की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। इसी कड़ी में पूर्व भारतीय ओपनर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का नाम भी जुड़ गया है। उन्होंने पंत के शतक को किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा विदेशी परिस्थितियों में लगाए सर्वश्रेष्ठ में से एक बताया।
पंत 139 गेंदों में 6 चौके और 4 छक्के की मदद से 100 रन बनाकर नाबाद रहे। अन्य बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन के कारण दूसरी पारी में भारत 198 रन ही बना पाया।
स्टार स्पोर्ट्स पर तीसरे दिन के खेल का रिव्यु करते हुए, गौतम गंभीर ने ऋषभ पंत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा,
मुझे लगता है कि यह एक भारतीय द्वारा विदेशों में सर्वश्रेष्ठ शतकों में से एक है। जिस तरह की स्थिति थी, यह याद रखना आवश्यक है कि वह [पंत] बल्लेबाजी करने आया था जब भारत ने पहले दो ओवरों में दो विकेट गंवाए थे। वह ऐसे मौके पर नहीं आया था जब उसके लिए प्लेटफॉर्म सेट था।
भारत के पूर्व क्रिकेटर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि पंत की जबरदस्त पारी तब आई जब टीम मुश्किल में थी। गंभीर ने विस्तार से बताया,
अगर वह वहां आउट हो जाता, तो खेल एकतरफा हो सकता था। उसके बावजूद, इतना आक्रामक शतक, इतने नियंत्रण के साथ और अंत तक खेलना और नाबाद रहना - अद्भुत पारी।
टीम इंडिया ने तीसरे सुबह के पहले दो ओवर में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे के विकेट गंवाए और 58/4 के स्कोर पर मुश्किल में थी। इसके बाद पंत ने विराट कोहली के साथ 94 रन की साझेदारी कर भारत को खेल में वापस ला दिया।
ऋषभ पंत इस शतक को लंबे समय तक याद रखेंगे - गौतम गंभीर
गौतम गंभीर के मुताबिक ऋषभ पंत ने अपनी पारी से अन्य सभी भारतीय बल्लेबाजों को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने कहा,
"वह [पंत] इस शतक को बहुत लंबे समय तक याद रखेंगे क्योंकि उन्होंने 50 प्रतिशत से अधिक रन बनाए हैं और एक ऐसे विकेट पर जहां विराट कोहली से लेकर केएल राहुल तक हर बल्लेबाज ने संघर्ष किया है।
अंत में गंभीर ने यह भी कहा कि अगर अन्य बल्लेबाज साथ देते तो ऋषभ अपनी पारी को और भी बड़े स्कोर में तब्दील कर सकते थे। उन्होंने कहा,
अगर आश्विन या शार्दुल साथ देते तो और अधिक रन बना सकते थे। हम 139 गेंदों पर 100 रन देख रहे हैं, लेकिन यह शतक 140 या 150 हो सकता है अगर कोई उनके साथ बल्लेबाजी करता।