# जरुरत से ज्यादा उपयोग करना
वर्ल्ड कप जितना नजदीक आ रहा है, उतना ही ज्यादा भारतीय टीम प्रयोग कर रही है और उसका खामियाजा उन्हें हार के साथ चुकाना पड़ रहा है। सीरीज के निर्णायक मैच में भी टीम ने अपनी सर्वश्रेष्ठ इलेवन नहीं खिलाई और सिर्फ एक पक्ष को मजबूत करने के ऊपर ध्यान दिया।
भारत के पास भले ही गेंदबाजी के लिए 7 विकल्प मौजूद थे, लेकिन टीम की बल्लेबाजी काफी अनुभवहीन और कमजोर नजर आ रही थी। इसके अलावा टीम काफी समय से युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव को साथ में नहीं खिला रही है, जिससे दोनों के प्रदर्शन पर फर्क देखने को मिल रहा है।
साथ ही में धोनी को सीरीज के आखिरी दो मैच में आराम देने का फैसला भी समझ नहीं आया, खासकर तब जब सीरीज भारत ने जीती नहीं थी। चौथे और पांचवें वनडे में धोनी की कमी काफी खली। साथ ही में केएल राहुल को फिट करने के लिए कोहली का 4 नंबर पर खेलने का फैसला भी समझ में नहीं आया। शायद वर्ल्ड कप के ऊपर ज्यादा ध्यान देने के कारण ही भारत को लगातार तीसरी सीरीज (दो टी20 और एक वनडे) में हार का सामना करना पड़ा है।