अगले महीने से भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का आयोजन होना है और ये सीरीज बिना क्राउड के खेली जाएगी। रविवार को बीसीसीआई की अपेक्स काउंसिल की मीटिंग में ये फैसला लिया गया। भारत और इंग्लैंड के बीच पहला मुकाबला 5 फरवरी से चेन्नई में खेला जाएगा।
इंग्लैंड और भारत के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज, उसके बाद पांच मैचों की टी20 सीरीज और फिर तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी। भारतीय टीम ज्यादातर मुकाबले अहमदाबाद के नए बने स्टेडियम में खेलेगी। ये दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है लेकिन इस सीरीज के दौरान फैंस को स्टेडियम में जाने की इजाजत नही होगी और सभी मुकाबले बंद दरवाजे के पीछे बायो-सिक्योर बबल में खेले जाएंगे।
दरअसल भारत में अभी तक पूरी तरह से कोरोना का प्रकोप कम नहीं हुआ है और इंग्लैंड में कोरोना की दूसरी स्ट्रेन आ गई है। वहां पर हालात काफी खराब हैं और शायद यही वजह है कि बीसीसीआई अपनी तरफ से पूरी एहतियात बरत रही है और कोई रिस्क नहीं उठाना चाहती है।
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विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी पर भी हुई चर्चा
बीसीसीआई की अपेक्स काउंसिल की मीटिंग में रणजी और विजय हजारे ट्रॉफी के आयोजन को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया। एक अधिकारी ने बताया कि कई सारे मेंबर रणजी ट्रॉफी की जगह विजय हजारे ट्रॉफी के आयोजन के फेवर में थे। उनका कहना था कि अगर रणजी ट्रॉफी का आयोजन होता है तो फिर आईपीएल के लिए अप्रैल-मई में उसे रोकना पड़ेगा और उसके बाद ही नॉकआउट मुकाबले खेले जा सकेंगे। इसलिए इस साल विजय हजारे ट्रॉफी का आयोजन हो सकता है। बीसीसीआई के अधिकारी जल्द ही इस बारे में कोई फैसला लेंगे और स्टेट यूनिट को इस बारे में बताएंगे।
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