Six times When indian cricketers Played in Pain: क्रिकेट के खेल में हमेशा खिलाड़ियों के चोटिल होने का खतरा बना रहता है। कई बार चोटें मामूली होती हैं, तो काफी बार इनकी वजह से खिलाड़ियों का करियर भी खतरे में पड़ जाता है। हालांकि, असली खिलाड़ी वही कहलाता है जो दर्द की परवाह किए बिना टीम का साथ देने के लिए हमेशा तैयार रहे। मैनचेस्टर में भारत और इंग्लैंड के बीच हो रहे टेस्ट में ऋषभ पंत ने इसकी जबरदस्त मिसाल पेश की है।पंत के दाएं पांव की उंगली फ्रैक्टर हो चुकी है, लेकिन इसके बावजूद वो मैदान पर बल्लेबाजी कर करने के लिए उतरे। ये पहला मौका नहीं है, जब किसी भारतीय खिलाड़ी ने इस तरह का जज्बा दिखाया है। पहले भी ऐसे कोई मौके आए हैं, जब भारतीय खिलाडी दर्द के बावजूद टीम के लिए डटे रहे। इस आर्टिकल में ऐसे ही छह प्लेयर्स के बारे में आपको बताएंगे।6. ऋषभ पंत अंगूठे में फ्रैक्चर के बाद भी खेलेमौजूदा समय में टीम इंडिया इंग्लैंड दौरे पर है। इस सीरीज में भारतीय टीम 1-2 से पीछे है और चौथा टेस्ट मैनचेस्टर में खेला जा रहा है। इस टेस्ट के पहले दिन के तीसरे सेशन में पंत जब 37 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तो क्रिस वोक्स की गेंद आकर उनके जूते पर जाकर ली। इस हिट से पंत का दाएं पैर नीचे से बुरी तरह से सूज गया। इसके बाद स्कैन में पता चला कि उनके पैर का अंगूठा फ्रैक्चर हो चुका है। इसके बाद टीम इंडिया इस वजह से टेंशन में आ गई कि वो अब टेस्ट में दोबारा बल्लेबाजी नहीं कर पाएंगे। लेकिन पंत को पता था कि टीम को उनकी जरूरत है। इसी वजह से उन्होंने दर्द को भुलाकर दूसरे दिन खुद को बल्लेबाजी के लिए उपलब्ध बताया। पंत ने मैदान पर उतरकर शानदार फिफ्टी जमाई।5. रोहित शर्मा ने टूटे अंगूठे एक साथ की बल्लेबाजीभारत की वनडे टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने 2022 में बांग्लादेश के विरुद्ध हुए वनडे मैच में 'डिस्लोकेट' अंगूठे के साथ बल्लेबाजी करने के फैंस का दिल जीत लिया था। हिटमैन ने जब देखा कि टीम मुश्किल में है और उनकी मैदान पर जरूरत है, तो वो नौवें नंबर पर क्रीज पर उतर गए। रोहित ने 28 गेंदों पर 51* की शानदार पारी खेली, जिसमें 3 चौके और 5 छक्के शामिल रहे। हालांकि, रोहित की इस साहसी पारी के बावजूद टीम इंडिया ये मैच 5 रन से हार गई थी।4. हनुमा विहारी दर्द का इंजेक्शन लेकर 3 घंटे डटे रहेइस लिस्ट में हनुमा विहारी का नाम भी शामिल है। उन्होंने अपने टेस्ट करियर में अभी तक सिर्फ 16 मुकाबले खेले हैं। विहारी के करियर की सबसे यादगार पारी 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आई थी। दरअसल, सिडनी में हुए इस टेस्ट में विहारी ने चोटिल होने के बावजूद इंजेक्शन लेकर करीब तीन घंटे तक बल्लेबाजी की थी। दरअसल, उनको टांग में चोट लग गई थी और इंजेक्शन लगवाने के बाद विहारी को अपनी टांग भी महसूस नहीं हो रही थी। इसके बावजूद उन्होंने 161 गेंदों का सामना किया और आखिर तक नाबाद रहे। विहारी ने इस टेस्ट को ड्रॉ करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।3. चेतेश्वर पुजारा 11 चोटों के साथ खेलते रहे2021 में हुए सिडनी में टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया टीम जीत की दहलीज पर खड़ी थी। लेकिन पुजारा ने जज्बे की वजह से मेजबान टीम जीत का स्वाद चखते-चखते रह गई। मैच के दौरान पुजारा को कुल 11 चोटें लगीं, क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज काफी खतरनाक गेंदबाजी कर रहे थे। पुजारा ने अपने शरीर पर अनगिनत गेंदें खाईं, लेकिन उनका हौसला नहीं डगमगया। पुजारा ने पहली पारी में 176 गेंदों का सामना किया था। वहीं, दूसरी पारी में 205 गेंदें खेलीं और 77 रन बनाए।2. युवराज सिंह कैंसर की बीमारी के बावजूद वर्ल्ड कप 2011 खेलेवर्ल्ड कप 2011 में अगर युवराज सिंह टीम इंडिया के स्क्वाड का हिस्सा न होते, तो शायद मेन इन ब्लू के हिस्से में ट्रॉफी नहीं आ पाती। युवी ने देश को चैंपियन बनाने के लिए अपनी जान तक की परवाह नहीं की थी। टूर्नामेंट में युवराज कैंसर की बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद खेलने के लिए उतरे थे। लाइव मैचों के दौरान कई बार उन्हें खून की उल्टियां भी हुईं, मगर ये बंदा हार मानने को तैयार नहीं था। युवराज ने टूर्नामेंट में 90 से ऊपर की औसत से 362 रन बनाए थे और 15 विकेट भी हासिल किए थे।1. अनिल कुंबले टूटे जबड़े के साथ मैदान पर डटे रहे2002 में भारत और वेस्टइंडीज के बीच हुए टेस्ट मैच में अनिल कुंबले भी एक दर्दनाक हादसे का शिकार हो गए थे। दरअसल, इस मुकाबले में मर्विन डिलन का बाउंसर लगने की वजह से कुंबले का जबड़ा टूट गया था और काफी खून बहा था। ऐसा लग रहा था कि कुंबले इस मैच में अब दोबारा शायद मैदान पर नहीं उतरेंगे। लेकिन वह वेस्टइंडीज की पारी में पट्टी बांधकर गेंदबाजी करने के लिए मैदान पर उतर गए थे और लगातार 14 ओवर फेंके थे। इस दौरान कुंबले एक विकेट लेने में सफल रहे थे।